Edited By Vijay, Updated: 27 Dec, 2024 06:30 PM
जिला मुख्यालय में स्थित क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला में सीबीसी टैस्ट न हाेने के चलते लाेगाें को परेशानियाें का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि इस अस्पताल में हर राेज सैंकड़ाें लाेग अपना इलाज करवाने के लिए आते हैं।
धर्मशाला (प्रिंयका): जिला मुख्यालय में स्थित क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला में सीबीसी टैस्ट न हाेने के चलते लाेगाें को परेशानियाें का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि इस अस्पताल में हर राेज सैंकड़ाें लाेग अपना इलाज करवाने के लिए आते हैं, लेकिन जब चैकअप के बाद डाॅक्टर द्वारा सीबीसी टैस्ट लिखा जाता है तो क्षेत्रीय अस्पताल में यह टैस्ट नहीं हाे रहा, क्याेंकि बताया जा रहा है कि इसकी मशीन कई दिनाें से खराब पड़ी हुई है। लाेगाें काे बाहर जाकर यह टैस्ट करवाना पड़ रहा है।
क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला में माैजूदा समय में 28 डाॅक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन उनमें से एक महिला डाॅक्टर मातृत्व अवकाश पर है और इस समय धर्मशाला अस्पताल में डाॅक्टराें के 12 पद खाली चले रहे हैं। 27 डाॅक्टर हाेने के बावजूद भी मरीजाें काे पूरी तरह से स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। डाक्टराें की कमी के चलते अस्पताल में लाेगाें की लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला के मैडीसिन विभाग में पहले 3 डाॅक्टर अपनी सेवाएं दे रहे थे, लेकिन उनका तबादला हाेने के बाद इस विभाग में अभी तक काेई डाॅक्टर नहीं है, जिस कारण मैडीसिन ओपीडी काे बंद करना पड़ा है, लेकिन इस ओपीडी की सेवाएं जनरल ओपीडी में दी जा रही हैं, जिसके लिए टांडा मेडिकल काॅलेज से डीआरपी पर डाॅक्टर बुलाए जाते हैं, जाे यहां पर अपनी सेवाएं देते हैं।
धर्मशाला अस्पताल के सीनियर मैडीकल ऑफिसर सुनील भट्ट ने बताया कि अस्पताल में माैजूदा समय में 40 पद डाॅक्टराें के हैं और इनमें से 28 डाॅक्टर ही यहां पर सेवाएं दे रहे हैं, बाकी के 12 पद खाली चले हुए हैं। मशीन खराब हाेने के चलते सीबीसी टैस्ट नहीं हाे रहे हैं, उसे जल्द ही ठीक करवा कर लाेगाें को सुविधा मुहैया करवाई जाएगी। मैडीसिन ओपीडी काे चलाने के लिए टांडा मैडीकल कालेज से डीआरपी पर डाॅक्टर बुलाए जा रहे हैं, ताकि लाेगाें काे किसी भी प्रकार की काेई असुविधा न हाे।