Himachal: साइबर सैल की चेतावनी भी बेअसर, क्रिप्टो के जाल में फंसकर 24 लोगाें ने लुटाई जमापूंजी

Edited By Vijay, Updated: 21 Jun, 2025 05:05 PM

24 people lost their savings after getting trapped in the crypto trap

क्रिप्टो करंसी में निवेश करने से लोग अभी भी बाज नहीं आ रहे हैं और पैसों को डबल करने के लालच में अपनी जमापूंजी लूटा रहे हैं। साइबर सैल व पुलिस द्वारा लोगों को जागरूक करने के बावजूद ऐसी शिकायतें आती रहती हैं।

शिमला (संतोष): क्रिप्टो करंसी में निवेश करने से लोग अभी भी बाज नहीं आ रहे हैं और पैसों को डबल करने के लालच में अपनी जमापूंजी लूटा रहे हैं। साइबर सैल व पुलिस द्वारा लोगों को जागरूक करने के बावजूद ऐसी शिकायतें आती रहती हैं। इसी वर्ष की बात करें तो अभी तक ऐसी 24 शिकायतें साइबर अपराध शाखा के पास पहुंच चुकी हैं, जबकि पिछले वर्ष इसका आंकड़ा 135 था। 

बिना जानकारी के निवेश करना पड़ रहा भारी
जानकारी के अनुसार वर्तमान में यह देखने में आया है कि काफी हिदायत देने के बाद भी लोग बिना किसी जानकारी व बिना किसी जांच के क्रिप्टो करंसी में इन्वैस्ट करना शुरू कर देते हैं और अप्रमाणित एक्सचैंज व क्वाइन के झांसे में फंस जाते हैं। इसका दुरुपयोग साइबर अपराधी डार्क वैब पर अवैध गतिविधियों के लिए भी कर रहे हैं। इसकी गुमनामी और ट्रेसिंग में कठिनाई अपराधियों के लिए इसे सुविधाजनक बनाती है।

क्रिप्टो निवेश करते समय बरतें ये सावधानियां
केवल प्रामाणिक और लाइसैंस प्राप्त एक्सचेंजों पर ही लेन-देन करें: ऐसे प्लेटफॉर्म से बचें जो बिना केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) के हों या अत्यधिक रिटर्न का वादा करते हों। हमेशा सत्यापित और मान्यता प्राप्त एक्सचेंजों का ही उपयोग करें।
संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना दें: यदि आपको किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी, ब्लैकमेलिंग या अवैध क्रिप्टो लेन-देन की जानकारी मिलती है, तो तुरंत अपने नजदीकी साइबर क्राइम थाने या हैल्पलाइन पर इसकी रिपोर्ट करें।
फर्जी स्कीमों से सावधान रहें: सोशल मीडिया पर 'पैसे डबल करें', 'बड़ा इनाम जीतें' या विभिन्न 'ट्रेडिंग स्कैम्स' जैसे आकर्षक विज्ञापनों से दूर रहें। किसी भी अनजान लिंक या ऐप के माध्यम से क्रिप्टो लेन-देन बिल्कुल न करें।
डार्क वैब गतिविधियों में शामिल होना अपराध: डार्क वेब या अन्य अनधिकृत माध्यमों से क्रिप्टो खरीदना, बेचना या वहां सक्रिय रहना एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है और इसके लिए कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।

पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई
ब्लॉकचेन लेन-देन पर एआई-आधारित निगरानी: आर्टिफिशियल इंटैलिजैंस (एआई) का उपयोग करके ब्लॉकचेन पर होने वाले संदिग्ध लेन-देन की निगरानी की जा रही है।
विशेष टास्क फोर्स द्वारा डार्क वैब पर निगरानी और कार्रवाई: विशेष टास्क फोर्स डार्क वेब पर सक्रियता से निगरानी कर रही है और अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय एजैंसियों के साथ समन्वय: इन अपराधों से निपटने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कानून प्रवर्तन एजैंसियों के साथ मिलकर काम किया जा रहा है।

सबसे बड़ा बचाव स्वयं की सतर्कता और सावधानी : मोहित चावला
डीआईजी साइबर क्राइम आईपीएस मोहित चावला ने कहा कि सबसे बड़ा बचाव स्वयं की सतर्कता एवं सावधानी है। कहते हैं कि सावधानी हटी दुर्घटना घटी। इसलिए किसी भी प्रकार के निवेश करने से पहले उसका पूर्ण ब्यौरा ले लें। गैर व अनधिकृत एप से कभी भी लेन-देन न करें। यदि आप क्रिप्टो करंसी का प्रयोग करते हैं, तो सुरक्षा और वैधता को सर्वोच्च प्राथमिकता दें तथा किसी भी संदेहजनक गतिविधि की सूचना तुरंत टोल फ्री नंबर-1930 पर दें।
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