हिमाचल में रह रहे 1.42 लाख प्रवासी, जुलाई महीने तक हुए सर्वे में खुलासा

Edited By Jyoti M, Updated: 14 Sep, 2024 12:55 PM

1 42 lakh migrants living in himachal

हिमाचल प्रदेश में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों के पंजीकरण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इस पंजीकरण के दौरान एक प्रमुख समस्या उभर कर सामने आई है—अधिकतर प्रवासियों के आधार कार्ड पर उनकी जन्मतिथि एक जनवरी अंकित की गई है।

हिमाचल डेस्क।  हिमाचल प्रदेश में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों के पंजीकरण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इस पंजीकरण के दौरान एक प्रमुख समस्या उभर कर सामने आई है—अधिकतर प्रवासियों के आधार कार्ड पर उनकी जन्मतिथि एक जनवरी अंकित की गई है। यह असामान्य स्थिति यह सवाल उठाती है कि क्या वास्तव में बाहरी राज्यों से आने वाले सभी लोग एक जनवरी को जन्मे हैं, या फिर यह आधार कार्ड में किसी गड़बड़ी की ओर इशारा करता है।

प्रवासी लोगों की स्थिति:

प्रदेश में रह रहे प्रवासियों की कई श्रेणियाँ हैं। इनमें से कई लोग मेहनत-मजदूरी, व्यापार, कपड़े और सब्जी बेचने जैसे कार्यों में लगे हुए हैं। इसके अलावा, कुछ प्रवासी साधुओं के रूप में भिक्षा मांगते हैं।

पंजीकरण और समस्याएँ:

जुलाई 2024 तक, हिमाचल प्रदेश में बाहरी राज्यों से आए कुल 1,42,093 प्रवासी लोग पंजीकृत हैं। इनमें से उत्तर प्रदेश से सबसे अधिक 57,443 लोग, बिहार से 34,243 लोग, नेपाल से 12,134 लोग और अन्य राज्यों से 28,806 लोग शामिल हैं। सबसे बड़ी संख्या में प्रवासी लोग पुलिस जिला बद्दी में निवास कर रहे हैं, जहां कुल 32,179 प्रवासी लोग रह रहे हैं। इसमें जम्मू-कश्मीर के 5,614 लोग, उत्तर प्रदेश के 57,443 लोग, बिहार के 34,243 लोग और झारखंड के 3,853 लोग शामिल हैं।

आधार कार्ड पर जन्मतिथि में अनियमितता की आशंका ने प्रवासियों की पहचान और उनके पंजीकरण को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। कई प्रवासियों के नाम आधार कार्ड पर अलग हैं, लेकिन उन्हें बुलाने का नाम अलग है, जिससे उनकी पहचान की पुष्टि में कठिनाई हो रही है।

समाधान की दिशा:

डाटा सत्यापन: आधार कार्ड में दर्ज जन्मतिथि और अन्य विवरणों की पुन: जांच और सत्यापन की आवश्यकता है।
सुधार प्रक्रिया: आधार कार्ड में गड़बड़ी को सुधारने के लिए उचित मार्गदर्शन और सुधार प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाया जाना चाहिए।
संवेदनशीलता: प्रवासियों की पहचान और पंजीकरण की प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और संवेदनशील बनाया जाना चाहिए, ताकि उनकी पहचान और कार्यक्षमता को बेहतर तरीके से प्रबंधित किया जा सके। हिमाचल प्रदेश में प्रवासियों की सही पहचान और पंजीकरण प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए स्थानीय प्रशासन को जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि प्रवासियों के अधिकार और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

प्रदेश के जिलों में रह रहे प्रवासियों की संख्या

चंबा- 562
हमीरपुर- 22603
बिलासपुर- 4942
सोलन- 3990
मंडी- 17241
किन्नौर- 3714
ऊना- 5432
शिमला- 14082
कुल्लू- 5411
कांगड़ा- 8373
सिरमौर- 21510
लाहुल- स्पीति 1635
पुलिस जिला नुरपुर में 417
पुलिस जिला बद्दी में 32179

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