Edited By Kuldeep, Updated: 12 Jan, 2025 09:46 PM
भारत सरकार के उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत आगामी मार्च महीने में प्रदेश के लगभग 50 हजार असाक्षर फाऊंडेशन लिटरेसी एंड न्यूमैरेसी असैसमैंट टैस्ट देंगे। जो यह टैस्ट पास करेगा, उसे साक्षर होने का प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
शिमला (प्रीति): भारत सरकार के उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत आगामी मार्च महीने में प्रदेश के लगभग 50 हजार असाक्षर फाऊंडेशन लिटरेसी एंड न्यूमैरेसी असैसमैंट टैस्ट देंगे। जो यह टैस्ट पास करेगा, उसे साक्षर होने का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। हालांकि इन दिनों इनकी पढ़ाई जारी है। इसके लिए हर जिला में वालंटियर्स नियुक्त किए गए हैं, जो उल्लास पोर्टल पर रजिस्टर्ड असाक्षरों को पढ़ा रहे हैं। केंद्र सरकार की उक्त योजना के तहत असाक्षरों को पढ़ाया जा रहा है।
इससे पूर्व सितम्बर 2024 में लिए गए फाऊंडेशन लिटरेसी एंड न्यूमैरेसी असैसमैंट टैस्ट 14,516 असाक्षरों ने पास किया है। इस टैस्ट में 15,351 असाक्षरों ने भाग लिया था, जिसमें 14,516 पास हुए हैं, जबकि 835 फेल घोषित किए गए हैं। ऐसे में अब मार्च 2025 में होने वाले टैस्ट में ये दोबारा भाग लेंगे। गौर हो कि यह टैस्ट ब्लॉक स्तर पर लिया गया था और इसका रिजल्ट भी ब्लॉक और जिला स्तर पर तैयार किया गया। रिजल्ट आने के बाद विभाग ने इसे एनआईओएस दिल्ली भेजा था। इसके बाद एनआईओएस से इन्हें साक्षर होने के सर्टीफिकेट दिए थे।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिशों के मुताबिक शुरू की गई थी योजना
उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम की शुरूआत भारत सरकार ने वर्ष 2022 में की थी। यह योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिशों के मुताबिक शुरू की गई थी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के उन लोगों को पढ़ने-लिखने का मौका देना है, जिन्हें किसी वजह से साक्षरता नहीं मिल पाई। इस योजना के तहत लोगों को बुनियादी साक्षरता, संख्या ज्ञान, जीवन कौशल, व्यावसायिक कौशल, बुनियादी और सतत् शिक्षा दी जाती है।