Edited By Kuldeep, Updated: 13 Dec, 2025 07:44 PM

एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से राज्य में मौसम ने करवट ली है और पश्चिमी विक्षोभ के असर से राज्य की ऊंची चोटियों पर हल्का हिमपात दर्ज किया गया है, जबकि शिमला और मनाली सहित प्रमुख हिल स्टेशनों में दिन भर बादल छाए रहे।
शिमला (संतोष): एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से राज्य में मौसम ने करवट ली है और पश्चिमी विक्षोभ के असर से राज्य की ऊंची चोटियों पर हल्का हिमपात दर्ज किया गया है, जबकि शिमला और मनाली सहित प्रमुख हिल स्टेशनों में दिन भर बादल छाए रहे। लाहौल स्पीति, किन्नौर और चम्बा जिले के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रुक-रुक कर बर्फबारी होती रही। इससे पहाड़ों पर ठंड और बढ़ गई। शिमला, कुफरी और मनाली में बादलों की मौजूदगी के कारण धूप नहीं निकल पाई और तापमान में गिरावट महसूस की गई। मैदानी इलाकों में भी कई स्थानों पर बादल छाए रहे। इससे मौसम में ठंडक बढ़ी, हालांकि कहीं भी बारिश दर्ज नहीं हुई। बारिश न होने से किसानों और बागवानों को फिलहाल राहत नहीं मिल पाई है।
मौसम विभाग के अनुसार 14 दिसम्बर को चम्बा, कुल्लू, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों में हिमपात की संभावना है, जबकि राज्य के अन्य जिलों में मौसम साफ रहने का अनुमान है। इसके बाद 15 से 19 दिसम्बर तक पूरे प्रदेश में मौसम के साफ रहने की संभावना जताई गई है। इस महीने अब तक राज्य में बारिश की एक भी बूंद नहीं गिरी है। इसका असर फसलों और फलों पर पड़ रहा है। मैदानी इलाकों में कई जगह गेहूं की बुआई का काम प्रभावित हो रहा है और नमी की कमी से किसान चिंतित हैं।
इसी बीच प्रदेश में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। लाहौल-स्पीति जिले के ताबो में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे गिरकर माइनस 6.2 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया, जबकि कुकुमसेरी में माइनस 3.5 और समधो में माइनस 2.4 डिग्री सैल्सियस तापमान रहा। अन्य शहरों की बात करें तो शिमला में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सैल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 4.3 डिग्री अधिक है, इसके बावजूद ठंड महसूस की जा रही है।