Edited By Kuldeep, Updated: 22 Dec, 2025 09:25 PM

राज्य की ऊंची चोटियों पर रात्रि को जहां हल्का हिमपात दर्ज किया गया, वहीं इस बार व्हाइट क्रिसमस की कोई आस नहीं है।
शिमला (संतोष): राज्य की ऊंची चोटियों पर रात्रि को जहां हल्का हिमपात दर्ज किया गया, वहीं इस बार व्हाइट क्रिसमस की कोई आस नहीं है। बीते 24 घंटों के दौरान भी रोहतांग दर्रे सहित लाहौल-स्पीति और चम्बा जिले के ऊपरी क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी दर्ज की गई है, लेकिन राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों शिमला, कुफरी और मनाली में अब तक सीजन की पहली बर्फबारी नहीं हुई है, जिसका पर्यटक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
राज्य के सबसे ठंडे स्थानों में लाहौल-स्पीति जिले के कुकुमसेरी में न्यूनतम तापमान माइनस 3.1 और ताबो में माइनस 2.7 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया, जिससे जलस्रोत जम गए हैं और स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच सबसे अधिक परेशानी मैदानी इलाकों में कोहरे के कारण सामने आ रही है, जहां बिलासपुर में सोमवार सुबह घने कोहरे के चलते दृश्यता घटकर मात्र 20 मीटर रह गई, जिससे सड़क यातायात प्रभावित हुआ, जबकि मंडी और आसपास के क्षेत्रों में भी कोहरे का असर देखा गया।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने स्थिति को देखते हुए 23 से 26 दिसम्बर तक प्रदेश के निचले और मैदानी इलाकों में सुबह और देर रात घने कोहरे का यैलो अलर्ट जारी किया है। इसमें खासतौर पर देर रात और तड़के दृश्यता कम रहने की चेतावनी दी गई है। वहीं 27 दिसम्बर तक पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क बने रहने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के अनुसार 28 दिसम्बर से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के संकेत मिल रहे हैं। इसके चलते उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी होने का अनुमान जताया गया है।