Edited By Vijay, Updated: 24 Dec, 2025 06:17 PM

विश्व हिंदू परिषद के अनुषांगिक संगठन बजरंग दल ने बुधवार को बिलासपुर शहर के चेतना चौक पर जेहादी आतंकवाद का पुतला फूंका।
बिलासपुर (विशाल): विश्व हिंदू परिषद के अनुषांगिक संगठन बजरंग दल ने बुधवार को बिलासपुर शहर के चेतना चौक पर जेहादी आतंकवाद का पुतला फूंका। विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री अधिवक्ता तुषार डोगरा की अगुवाई में सैंकड़ों कार्यकर्त्ता गुरुद्वारा चौक पर एकत्रित हुए और वहां से जोरदार नारेबाजी करते हुए बाजार से आक्रोश रैली निकालते हुए चेतना चौक पर पहुंचे। कार्यक्रम में कुछ दिन पूर्व बंगलादेश के मैमन सिंह में एक हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की जेहादी मानसिकता वाली भीड़ द्वारा की गई निर्मम हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की गई और गहरा दुख व्यक्त किया गया।
चेतना चौक पर कार्यकर्त्ताओं व अन्य मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए अधिवक्ता तुषार डोगरा ने कहा कि रिपोर्टों के अनुसार दीपू चंद्र दास ने यह लिखा था कि सभी भगवान अलग-अलग नामों से एक ही हैं। इसे ईशनिंदा करार देते हुए जेहादी मानसिकता वाली भीड़ ने उसे जिंदा जला दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी सोच अत्यंत खतरनाक है। उन्होंने कहा कि निर्वासित बंगलादेशी लेखिका एवं मानवाधिकार कार्यकर्त्ता तस्लिमा नसरीन ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि दीपू चंद्र दास पर झूठा ईशनिंदा का आरोप लगाया गया था और पुलिस संरक्षण में होने के बावजूद उसे जेहादियों के हवाले कर दिया गया।
तुषार डोगरा ने कहा कि बंगलादेश में एक हिंदू युवक की यह अमानवीय हत्या कोई अकेली घटना नहीं है, बल्कि पूरे बंगलादेश में अल्पसंख्यकों में बढ़ती असुरक्षा, भय और व्यवस्थित उत्पीड़न का भयावह प्रतिबिंब है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का यह नैतिक और मानवीय दायित्व है कि वह बंगलादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए तत्काल और प्रभावी कदम उठाए।
विश्व हिंदू परिषद भारत सरकार से आग्रह करती है कि वह बंगलादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा, सम्मान और गरिमा सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव कूटनीतिक राजनीतिक और मानवीय उपाय करे। साथ ही उन्होंने मांग की कि बंगलादेश के सत्तासीन मुहम्मद यूनुस को प्रदान किए गए नोबेल शांति पुरस्कार को तत्काल वापस लिया जाए। उन्होंने बताया कि विश्व हिंदू परिषद बंगलादेश में हिंदुओं के खिलाफ जारी हिंसा के विरोध में तथा न्याय, जवाबदेही और अंतर्राष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग को लेकर हिमाचल के प्रत्येक जिले में प्रदर्शन करेगी।
इस प्रदर्शन में बिमला अंगिरस, सुनीता शर्मा, विजय पाल शर्मा, सूर्या चंदेल, अभिषेक ठाकुर, विशाल चंदेल, प्रवीण चंदेल, संजीव ढिल्लों, नरेंद्र खन्ना, विक्रम कनवाल, आकाश चंदेल, सुनीता देवी, रेखा देवी, कुसुम कुमारी, अमर देव, विष्णु दास, विशाल चंदेल, अभिषेक सांख्यान, सतीश शर्मा, राधे वाल्मीकि, आदित्य चंदेल, नरेश गौतम, प्रीतम ठाकुर और रोहित ठाकुर सहित सैंकड़ों कार्यकर्त्ता शामिल हुए।