Edited By Jyoti M, Updated: 12 Aug, 2025 11:17 AM

हिमाचल प्रदेश में पिछले कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार बारिश के कारण भूस्खलन और पेड़ गिरने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है, जिससे पूरे राज्य में सैकड़ों सड़कें बंद हो गई हैं। इससे आवाजाही प्रभावित हुई है...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में पिछले कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार बारिश के कारण भूस्खलन और पेड़ गिरने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है, जिससे पूरे राज्य में सैकड़ों सड़कें बंद हो गई हैं। इससे आवाजाही प्रभावित हुई है और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मंगलवार सुबह 10 बजे तक की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में तीन राष्ट्रीय राजमार्गों समेत कुल 398 सड़कें बाधित थीं। इसके अतिरिक्त, 669 बिजली ट्रांसफार्मर और 529 जल आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं, जिससे कई इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति ठप हो गई है। सबसे अधिक प्रभाव मंडी जिले में देखा गया है, जहाँ 213 सड़कें बंद हैं। कुल्लू जिले में भी स्थिति गंभीर है, यहाँ 84 सड़कें बंद हैं और 367 बिजली ट्रांसफार्मर काम नहीं कर रहे हैं।
चलती बस पर पहाड़ी से गिरे पत्थर
चंबा जिले में एक चलती बस पर पहाड़ी से पत्थर गिरने की चौंकाने वाली घटना सामने आई। यह निजी बस 40 यात्रियों को लेकर चांजू से भंजराड़ू जा रही थी। चांजू से लगभग तीन किलोमीटर दूर चूरसेऊ के पास अचानक पहाड़ी से गिरे पत्थरों ने बस की छत को तोड़ दिया, जिससे दो यात्री घायल हो गए। इस घटना से बस में अफरा-तफरी मच गई। बस के चालक और परिचालक ने तुरंत बस को सुरक्षित स्थान पर रोककर सभी यात्रियों को बाहर निकाला। घायल यात्रियों को तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहाँ उन्हें उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
राज्य सरकार और राहत एजेंसियां प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों को फिर से खोलने और बिजली व पानी की आपूर्ति बहाल करने के लिए तेजी से काम कर रही हैं। लोगों से आग्रह किया गया है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित रहें।