Edited By Jyoti M, Updated: 18 Dec, 2025 11:18 AM

देवभूमि हिमाचल के शांत पहाड़ों में उस वक्त चीख-पुकार मच गई, जब डलहौजी के पर्यटन स्थल पंजपुला में पर्यटकों से भरी एक गाड़ी काल का ग्रास बनते-बनते बची। यह केवल एक सड़क हादसा नहीं था, बल्कि किस्मत और बहादुरी के बीच का वो चंद सेकंड का फासला था, जिसने...
हिमाचल डेस्क। देवभूमि हिमाचल के शांत पहाड़ों में उस वक्त चीख-पुकार मच गई, जब डलहौजी के पर्यटन स्थल पंजपुला में पर्यटकों से भरी एक गाड़ी काल का ग्रास बनते-बनते बची। यह केवल एक सड़क हादसा नहीं था, बल्कि किस्मत और बहादुरी के बीच का वो चंद सेकंड का फासला था, जिसने सात युवतियों को नई जिंदगी दी।
जब ढलान बनी 'दुश्मन'
यह घटना तब हुई जब मैदानी इलाकों से आया पर्यटकों का एक समूह अपनी डलहौजी यात्रा का आनंद ले रहा था। पंजपुला की हसीन वादियों को निहारने के बाद, यह दल खजियार जाने की तैयारी में अपनी गाड़ी में सवार हो रहा था। चालक ने वाहन को एक ढलानदार रास्ते पर खड़ा किया था। जैसे ही युवतियां गाड़ी में बैठने लगीं, अचानक तकनीकी खामी या ढलान के कारण गाड़ी बिना किसी नियंत्रण के पीछे की ओर दौड़ने लगी।
जान बचाने की जद्दोजहद और वो 'चमत्कारी' पेड़
गाड़ी की रफ्तार बढ़ते ही अंदर बैठी युवतियों में अफरा-तफरी मच गई। मौत को नजदीक आता देख युवतियों ने चलती गाड़ी से ही बाहर कूदना शुरू कर दिया। दृश्य इतना खौफनाक था कि एक युवती तो वाहन के साथ ही खाई की मुहाने तक पहुंच गई थी।
तभी एक कुदरती चमत्कार हुआ। अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिरने ही वाली थी कि वह एक मजबूत पेड़ के तने में जाकर फंस गई। पेड़ ने एक ढाल बनकर गाड़ी को रोक लिया, वरना सैकड़ों फीट नीचे गिरना निश्चित था। यह पूरी रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना पास के एक होटल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।
बचाव कार्य और आगे का सफर
शोर सुनकर स्थानीय लोग और अन्य पर्यटक तुरंत मौके की ओर दौड़े। घबराई हुई युवतियों को संभाला गया। इस आपाधापी में करीब 6-7 युवतियों को हल्की चोटें आई हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया। बाद में एक क्रेन बुलाई गई जिसने पेड़ पर अटकी गाड़ी को सुरक्षित बाहर निकाला।