Edited By Vijay, Updated: 07 Nov, 2025 03:07 PM

उपमंडल देहरा की बलसूं दरकाटा पंचायत के रहने वाले एसएसबी के जवान चमन लाल (55) का शुक्रवार को उनके पैतृक गांव में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बनखंडी (राजीव शर्मा): उपमंडल देहरा की बलसूं दरकाटा पंचायत के रहने वाले एसएसबी के जवान चमन लाल (55) का शुक्रवार को उनके पैतृक गांव में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। कांस्टेबल चमन लाल 53वीं बटालियन एसएसबी, सिमलाबाड़ी (पश्चिम बंगाल) में तैनात थे, जहां ड्यूटी के दौरान दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था। शुक्रवार काे जैसे ही तिरंगे में लिपटी शहीद जवान की पार्थिव देह घर के आंगन में पहुंची, तो वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गईं। पूरा गांव शोक में डूब गया और चारों ओर मातम पसर गया। पत्नी लता देवी अपने पति की तस्वीर देखकर बेसुध हो गईं, जबकि बेटा दीपक और दोनों बेटियां पिता के पार्थिव शरीर से लिपटकर बिलखती रहीं। यह हृदयविदारक दृश्य देखकर वहां मौजूद हर व्यक्ति का दिल पसीज गया।

छुट्टी से लौटते ही ड्यूटी पर थमी सांसें
परिजनों के अनुसार, चमन लाल छुट्टी खत्म कर 4 नवम्बर को ही अपनी ड्यूटी पर लौटे थे। शाम लगभग 4 बजे उन्होंने अपनी ड्यूटी ज्वाइन की और करीब एक घंटे बाद ही उन्हें सीने में तेज दर्द और बेचैनी महसूस हुई। साथी जवानों ने उन्हें तुरंत चिकित्सा सहायता देने की कोशिश की, लेकिन हृदय गति रुक जाने के कारण मौके पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया। इस दुखद समाचार के मिलते ही परिवार और पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दी अंतिम विदाई
शुक्रवार सुबह जब जवान चमन लाल की अंतिम यात्रा श्मशानघाट के लिए निकली तो पूरा गांव उमड़ पड़ा। एसएसबी प्रशिक्षण केंद्र सपड़ी से आए जवानों की टुकड़ी ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम सलामी दी। बेटे दीपक ने पिता की चिता काे मुखाग्नि दी। इस दाैरान माैके पर मौजूद सैंकड़ों लोगों ने भी नम आंखाें से जवान चमन लाल काे अंतिम विदाई दी।
पूर्व विधायक होशियार सिंह ने जताया शोक
देहरा के पूर्व विधायक होशियार सिंह भी जवान के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। उन्होंने शोक संतप्त परिवार से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया और अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। होशियार सिंह ने कहा कि कांस्टेबल चमन लाल जैसे समर्पित और कर्तव्यनिष्ठ जवान ही देश की असली पूंजी हैं। उन्होंने अपनी सादगी और ईमानदारी से सबके दिलों में जगह बनाई थी। यह क्षति केवल परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की है।
सादगी और कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल थे चमन लाल
ग्रामीणों और साथियों के अनुसार चमन लाल एक बेहद सरल, ईमानदार और मिलनसार स्वभाव के व्यक्ति थे। वह एक अनुशासित और मेहनती जवान के रूप में जाने जाते थे। उनके आकस्मिक निधन से न केवल उनका परिवार और गांव, बल्कि एसएसबी परिवार भी गहरे सदमे में है। उनकी कमी हमेशा खलेगी।