Edited By Vijay, Updated: 29 Mar, 2022 11:13 PM
जैनेट फार्मा कंपनी के दवा कारोबार की जांच में जुटी एसआईटी ने 8 बैंक खातों को सीज किया है। छानबीन में मिले साक्ष्य के आधार पर जांच एजैंसी ने मुख्य आरोपित के साथ ही उसके पारिवारिक सदस्यों और कंपनी के लेन-देन का हिसाब रखने वाले कुछ मुलाजिमों के खातों...
शिमला (राक्टा): जैनेट फार्मा कंपनी के दवा कारोबार की जांच में जुटी एसआईटी ने 8 बैंक खातों को सीज किया है। छानबीन में मिले साक्ष्य के आधार पर जांच एजैंसी ने मुख्य आरोपित के साथ ही उसके पारिवारिक सदस्यों और कंपनी के लेन-देन का हिसाब रखने वाले कुछ मुलाजिमों के खातों को सीज किया है। इसके साथ ही जांच दायरे में आया एक दवा विक्रेता लंबे समय से अंडरग्राऊंड चल रहा है। उसकी धरपकड़ को करीब 3 बार जांच टीम राजस्थान के सीकर में दबिश दे चुकी है। छानबीन में ये भी सामने आया है कि 2018-19 में कंपनी को पंजाब में ड्रग्स एंड कॉस्मैटिक्स एक्ट के उल्लंघन को लेकर थोक दवा लाइसैंस रद्द भी हो चुका है।
कंपनी ने बद्दी में 2019 में शुरू किया था व्यवसाय
सूचना के अनुसार कंपनी ने 2019 में बद्दी में अपना थोक दवा व्यवसाय शुरू किया था। बरनाला (पंजाब) में भी एक फार्मा फैक्टरी चल रही थी। छानबीन में यह पाया गया है कि 2 वर्षों के भीतर, एनडीपीएस अनुसूचित दवाओं सहित 100 करोड़ रुपए से अधिक की दवाओं का लेन-देन किया गया है। आरोप है कि फर्म ने फर्जी बिलों के आधार पर राजस्थान और पंजाब में दवाओं का कारोबार किया। ऐसे में कंपनी के कागजातों की पड़ताल जारी है। ये भी पाया गया है कि कंपनी के मालिक ने अपनी निजी कार का इस्तेमाल एनडीपीएस दवाओं को राजस्थान, पंजाब आदि में ले जाने के लिए किया था, जो सीधे तौर एनडीपीएस अधिनियम के नियमों का उल्लंघन है। डीएसपी स्टेट नारकोटिक्स क्राइम कंट्रोल यूनिट दिनेश शर्मा ने संपर्क किए जाने पर कहा कि मामले की जांच जारी है। छानबीन में कई तथ्य सामने आए हैं, जिसके आधार पर आगामी जांच अमल में लाई जा रही है।
जांच के दायरे में कई कंपनियां
हिमाचल सीआईडी की रिपोर्ट पर जैनेट कंपनी के मालिक पर हरियाणा के करनाल में भी केस दर्ज हुआ है। सूत्रों के अनुसार जैनेट के लिए काम करने वाली कई अन्य कंपनियां भी जांच के दायरे में हैं। सूत्रों के अनुसार इनमें कुछ उत्पादक कंपनियों के साथ ही वे कंपनियां भी शामिल हैं, जिनको दवाएं बेची गईं। इस मामले में सीआईडी अब तक दो गिरफ्तारियां कर चुकी है। कंपनी के अन्य राज्यों में कथित लेन-देन की जांच भी जारी है।
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