Weather Update: मौसम विभाग के अनुसार दो दिन रहेगी बारिश की संभावना, 570 मार्ग बंद

Edited By Kuldeep, Updated: 17 Sep, 2025 09:57 PM

shimla weather bad

मानसून अब धीमा पड़ने वाला है और अब आगामी एक सप्ताह तक किसी भी प्रकार का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है, अपितु हल्की-फुल्की बारिश हो सकती है।

शिमला (संतोष): मानसून अब धीमा पड़ने वाला है और अब आगामी एक सप्ताह तक किसी भी प्रकार का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है, अपितु हल्की-फुल्की बारिश हो सकती है। राज्य में मानसून अपने अंतिम दौर में है, लेकिन बारिश और भूस्खलन से जनजीवन अब भी प्रभावित है। मौसम विभाग के अनुसार 21 सितम्बर से राज्य के मध्यवर्ती और पहाड़ी इलाकों में धूप खिलनी शुरू हो जाएगी, जिससे लोगों को भारी वर्षा से राहत मिलेगी। विभाग का अनुमान है कि 19 और 20 सितम्बर को मैदानी और मध्यवर्ती हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जबकि 21 से 23 सितम्बर तक मैदानी इलाकों में हल्की बारिश के अलावा अन्य भागों में मौसम साफ रहेगा।

महीने के अंत तक मानसून के प्रदेश से विदा होने की संभावना है। बुधवार को नाहन में सर्वाधिक 43.6 और धर्मशाला में 3.4 मिलीमीटर वर्षा हुई, जबकि शिमला सहित अधिकांश इलाकों में मौसम साफ रहा और कई जगह धूप खिली तो कहीं पर आसमान पर बादल छाए रहे, जबकि मंगलवार रात्रि को बिलासपुर, बंगाणा और कसौली में 40-40, नयना देवी में 30, जबकि पंडोह, मंडी और पालमपुर में 20-20 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। शिमला, जुब्बड़हट्टी, सुंदरनगर, कांगड़ा, मुरारी देवी व पालमपुर में मेघ गर्जना हुई, जबकि रिकांगपिओ में 52, कुकुमसेरी में 48 व बजौरा में 31 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं भी चलीं।

राज्य में बुधवार को 55 संपर्क मार्ग दुरुस्त करके इन पर यातायात को बहाल किया गया, लेकिन बुधवार शाम तक 2 एन.एच. और 517 संपर्क मार्ग अवरुद्ध रहे। कुल्लू जिले में एन.एच.-03 सहित 155 संपर्क मार्ग अवरुद्ध हैं। मंडी में 187 व शिमला में 51 संपर्क मार्ग बंद रहे, जबकि ऊना में एनएच-503ए और 12 संपर्क मार्ग बाधित चल रहे हैं। 42 ट्रांसफार्मरों को बहाल करने के बावजूद शाम तक 441 बिजली ट्रांसफार्मर ठप्प चल रहे हैं। इनमें सबसे अधिक मंडी जिले में 329 बिजली ट्रांसफार्मर बंद हैं। राज्य में 274 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हैं।

20 जून से आरंभ हुए मानसून सीजन में अब तक भूस्खलन की 145, फ्लैश फ्लड की 98 व बादल फटने की 46 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इस बरसात में अब तक 419 लोगों की मौत, 479 लोग घायल और 45 लोग लापता हुए हैं। मंडी जिले में सबसे अधिक 66 मौतें दर्ज की गईं, उसके बाद कांगड़ा में 57, चम्बा में 50, शिमला में 47 और कुल्लू में 44 लोगों की जान गई। अब तक 1,521 मकान पूरी तरह ढह गए हैं, जबकि 6,789 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। पशुधन को भी भारी नुक्सान हुआ है। राज्य को अब तक 4,595 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति को नुक्सान पहुंच चुका है।

15वें वित्तायोग की सिफारिश पर हिमाचल को 198.88 करोड़ की दूसरी किस्त हुई जारी
इस बीच केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश को आपदा राहत के लिए बड़ी राहत दी है। वित्त मंत्रालय ने 15वें वित्तायोग की सिफारिशों के आधार पर राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) की दूसरी किस्त के रूप में हिमाचल को 198.88 करोड़ रुपए जारी किए हैं। भारतीय रिजर्व बैंक को यह राशि तत्काल राज्य सरकार के खाते में जमा करने के निर्देश दिए गए हैं। इस वित्तीय सहायता से राज्य सरकार को राहत और पुनर्वास कार्यों को गति देने में मदद मिलेगी। लगातार बारिश और आपदाओं से जूझ रहे हिमाचल के लिए यह केंद्र की ओर से बड़ी राहत मानी जा रही है।

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