Edited By Kuldeep, Updated: 25 May, 2025 09:59 PM
शिमला सहित प्रदेश के कई हिस्सों में शनिवार रात्रि से लगी बारिश की झड़ी रातभर जारी रही और रविवार सुबह भी कई हिस्सों में मेघ बरसे।
शिमला (संतोष): शिमला सहित प्रदेश के कई हिस्सों में शनिवार रात्रि से लगी बारिश की झड़ी रातभर जारी रही और रविवार सुबह भी कई हिस्सों में मेघ बरसे। हालांकि दोपहर बाद मौसम ने थोड़ी राहत दी है। शनिवार रात से ही राज्य के विभिन्न हिस्सों में आंधी का दौर जारी रहा। कई स्थानों पर तेज हवाओं की वजह से पेड़ गिरने और बिजली आपूर्ति बाधित होने की घटनाएं सामने आई हैं। जिला के रामपुर के समीप जगातखाना में तो देर शाम बादल फटने से भारी नुक्सान हुआ है, जबकि रात्रि में पच्छाद में सबसे अधिक 11 सैंटीमीटर वर्षा हुई।
इसके अलावा कंडाघाट में 10, नगरोटा सूरियां, भरवाईं, चौपाल, रामपुर बुशहर व सोलन में 4-4, कसौली, कुफरी, भराड़ी, गुलेर, काहू, हमीरपुर में 3-3, जुब्बड़हट्टी, नयनादेवी, शिमला, आर.एल. बी.बी.एम.बी., सुजानपुर टिहरा, नाहन, देहरा गोपीपुर, बरठी, कांगड़ा व पांवटा में 2-2 सैंटीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। रामपुर बुशहर में तो ओलावृष्टि भी हुई जबकि नेरी में 70, रिकांगपिओ व बिलासपुर मे 59-59, कुफरी में 56, शिमला सी.पी.आर.आई में 44, हमीरपुर व धौलाकुआं में 43-43, नारकंडा व बिलासपुर में 41-41, सेओबाग में 39 व बजौरा में 37 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चली। रविवार को शिमला में 3, कल्पा में 0.7, नाहन में 3, सोलन में 5, हमीरपुर में 0.5, डल्हौजी में 1, जुब्बड़हट्टी में 2, नारकंडा में 5.5 व धौलाकुआं में 6 मिलीमीटर वर्षा हुई है। ऊना में अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री व शिमला में 23 डिग्री रहा।
मौसम विभाग के अनुसार 29 मई तक ऑरैंज व यैलो अलर्ट के साथ मौसम खराब रहेगा। सोमवार को 7 जिलों चम्बा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन व सिरमौर में 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने, कहीं-कहीं मेघ गर्जना के साथ बिजली चमकने व बारिश का यैलो अलर्ट रहेगा, जबकि मंगलवार व बुधवार को 5 जिलों में ऑरैंज अलर्ट व शेष जिलों में यैलो अलर्ट व 29 मई को प्रदेश के सभी जिलों में यैलो अलर्ट के साथ एडवाइजरी जारी की गई है।
25 दिनों में 5 फीसदी अधिक हुई बारिश, लेकिन चार जिलों में कम बरसे मेघ
इस माह में 25 दिनों में सामान्य से 5 फीसदी अधिक वर्षा अवश्य हुई है, लेकिन प्रदेश के 4 जिलों में सामान्य से कम मेघ बरसे हैं। मई माह में 52.6 फीसदी वर्षा को सामान्य माना गया है, जबकि इसकी एवज में 55.1 मिलीमीटर वर्षा हुई है जोकि 5 प्रतिशत अधिक है। इसमें सबसे अधिक 319 फीसदी वर्षा सिरमौर में हुई है, जबकि सबसे कम वर्षा किन्नौर में माइनस 66 प्रतिशत कम हुई है। चम्बा, लाहौल-स्पीति व कुल्लू में भी सामान्य से कम वर्षा हुई है। शिमला में 49 फीसदी अधिक वर्षा हुई है।
सेब-बागवानी को नुक्सान, किसानों की बढ़ी चिंता
इस बारिश और ओलावृष्टि ने बागवानी और खेती पर भी असर डाला है। खासकर सेब, नाशपाती, पलम और अन्य गुठलीदार फलों को नुक्सान पहुंचा है। इसके अलावा जहां देर से रबी की फसल की कटाई हुई है या गर्मियों की सब्जियां लगाई गई हैं, वहां भी नुक्सान की आशंका है। बागवानों और किसानों की चिंता अब मौसम पर टिकी हुई है।