Edited By Kuldeep, Updated: 09 Nov, 2024 07:25 PM
धरने पर बैठे वोकेशनल शिक्षकों ने शनिवार को स्वच्छता अभियान छेड़ा। इस दौरान शिक्षकोंं ने चौड़ा मैदान के आसपास सफाई की। शिक्षक छह दिन से यहां धरने पर बैठे हैं।
शिमला (ब्यूरो): धरने पर बैठे वोकेशनल शिक्षकों ने शनिवार को स्वच्छता अभियान छेड़ा। इस दौरान शिक्षकोंं ने चौड़ा मैदान के आसपास सफाई की। शिक्षक छह दिन से यहां धरने पर बैठे हैं। शिक्षक सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को हटाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि बीते शुक्रवार को शिक्षकों ने समग्र शिक्षा के परियोजना निदेशक के साथ बैठक की लेकिन इसके कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आए हैं।
वोकेशनल शिक्षकों ने साफ कहा है कि यह हड़ताल अब तभी खत्म होगी, जब शिक्षा मंत्री के साथ उनकी बैठक होगी और वह उनकी मांगों को मानेेंगे। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में वोकेशनल शिक्षा पूरी तरह से ठप्प पड़ी हुई है। शिक्षक कक्षाएं छोड़कर धरने पर बैठे हैं। शनिवार को चौड़ा मैदान में धरने पर बैठे शिक्षकों ने भजन-कीर्तन भी किया। इससे पूर्व शिक्षकों ने जूते पॉलिश किए और गाड़ियों को साफ भी किया। शिक्षक संघ के अध्यक्ष अश्वनी ने कहा कि हरियाणा की तर्ज पर सरकार हमारे लिए नीति बनाए। निजी कंपनियों को बाहर कर सरकार को वोकेशनल शिक्षकों को शिक्षा विभाग के अधीन लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि वोकेशनल शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की संख्या भी लगातार प्रदेश में बढ़ रही है।
ऐसे में सरकार को भी सहानुभूतिपूर्वक इस मामले पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा है कि शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के शिमला लौटते ही वार्ता करवाने का आश्वासन समग्र शिक्षा के परियोजना निदेशक ने दिया है। शिक्षकों ने कहा कि हम सरकार को सकारात्मक सहयोग देने के लिए तैयार हैं। शिक्षा मंत्री के साथ बैठक होने तक शिक्षक शिमला के चौड़ा मैदान में ही डटे रहेंगे।