Edited By Kuldeep, Updated: 29 Mar, 2025 05:40 PM

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. कर्नल धनीराम शांडिल बीते शुक्रवार देर रात सचिवालय के समीप धरने पर बैठे दृष्टिबाधितों से मिलने पहुंचे। कैबिनेट की बैठक समाप्त होने के बाद सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और...
शिमला (प्रीति): सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. कर्नल धनीराम शांडिल बीते शुक्रवार देर रात सचिवालय के समीप धरने पर बैठे दृष्टिबाधितों से मिलने पहुंचे। कैबिनेट की बैठक समाप्त होने के बाद सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और दृष्टिबाधितों की मांगें सुनी। इस दौरान दृष्टिबाधितों ने उन्हें विभिन्न विभागों में पड़े बैकलॉग के सैंकड़ों पदों के बारे में अवगत करवाया, जिन्हें अभी तक नहीं भरा गया है। दृष्टिबाधितों की मांगें सुनने के बाद सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने दृष्टिबाधितों को आश्वासन दिया कि 30 अप्रैल से पहले उक्त पदों को भरने के लिए जिलों में रोजगार मेला लगाया जाएगा और इनकी मांगों को पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाली कैबिनेट की बैठक में दिव्यांगों के मुद्दों को लाया जाएगा।
उन्होंने इस दौरान संबंधित विभाग के आला अधिकारियों से बात की और उनके भर्ती संबंधी मुद्दे पर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही अधिकारियों को भर्ती मेला करवाने के भी निर्देश दिए। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने उनके साथ 4 अप्रैल को वार्ता करने का आश्वासन दिया है। हालांकि दृष्टिबाधित संघ का धरना जारी है। संघ ने स्पष्ट किया है मांगें पूरी होने पर वह धरना वापस लेंगे, तब तक संघ के सदस्य इसी तरह सचिवालय के समीप गुरुद्वारा के पास धरने पर बैठे रहेेंगे। शनिवार को भी संघ के सदस्य सचिवालय के समीप डटे रहे। इस दौरान छोटा शिमला में बैठे सदस्यों को टैक्सी यूनियन की ओर से दोपहर और रात का खाना मुहैया करवाया जा रहा है।
दृष्टिहीन कोटे के 900 से अधिक पद खाली
संघ के अध्यक्ष राजेश ठाकुर का कहना है कि इस समय विभिन्न विभागों में केवल दृष्टिहीन कोटे के 900 से अधिक पद खाली हैं। इसमें 600 से अधिक पद चतुर्थ कर्मचारी व तृतीय श्रेणी के 300 से अधिक पद शामिल हैं। वर्ष 1995 से सरकार ने इन पदों को नहीं भरा है।