Edited By Kuldeep, Updated: 09 Apr, 2025 09:41 PM

ऊर्जा निगम के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत के मामले में अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा ने अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है।
शिमला (राक्टा): ऊर्जा निगम के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत के मामले में अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा ने अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। उन्होंने करीब 66 पन्नों की जांच रिपोर्ट बंद लिफाफे में ऊर्जा सचिव को सौंपी है। इसके साथ ही बुधवार देर शाम ऊर्जा सचिव ने रिपोर्ट को समीक्षा के लिए ब्रांच में भेज दिया है, जिसके बाद रिपोर्ट को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा, जिसके आधार पर सरकार आगामी निर्णय लेगी। हालांकि रिपोर्ट में पूरे मामले को लेकर क्या उभर कर सामने आया है, इसे लेकर अभी कोई भी कुछ कहने को तैयार नहीं है। वहीं सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट में कई नए खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट कहती है कि विमल नेगी को ऊर्जा निगम के दफ्तर में प्रताड़ित किया जा रहा था।
उनके ऊपर मानसिक दबाव बनाया गया। इसके लिए रिपोर्ट में 2 बिजली परियोजनाओं का हवाला है, जिसमें एक पेखुवेला का सोलर बिजली प्रोजैक्ट है, जबकि दूसरा किन्नौर के शोंगटोंग का प्रोजैक्ट है। इन दोनों परियोजनाओं की कमियों को भी रिपोर्ट में बताया गया है। पेखुवेला के सोलर प्रोजैक्ट की फाइनांशियल अप्रूवल अभी तक नहीं है। इसकी डीपीआर आनन-फानन में बनाई गई और बिना फाइनांशियल अप्रूवल के निजी कंपनी को भुगतान कंपनी की क्रैडिट लिमिट से किया गया।
रिपोर्ट में ऊर्जा निगम के ऑफिस के माहौल के बारे में भी जिक्र है। रिपोर्ट कहती है कि अधिकांश गवाहों ने बताया कि ऊर्जा निगम के बड़े अफसर दफ्तर में गाली-गलौच करते थे। ऊर्जा निगम के ऑफिस से ही करीब 15 अधिकारी व कर्मचारियों सहित 25 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं और अधिकांश अफसरों के खिलाफ गवाही के हैं। इस रिपोर्ट की समीक्षा के बाद यह पता चलेगा कि इसमें निकले तथ्य आत्महत्या के लिए उकसाने की कार्रवाई के लिए पर्याप्त हैं या नहीं? सचिवालय में ऊर्जा विभाग की ब्रांच आगामी कार्रवाई के लिए अब मामला राज्य सरकार को भेजेगी। बिजली परियोजनाओं में कथित गड़बड़ी की जांच के लिए किसी एजैंसी को मामला दिया जा सकता है, जबकि प्रशासनिक कार्रवाई अब राज्य सरकार अपने स्तर पर कर सकती है।
सूचना के अनुसार विमल नेगी के निगम में ज्वाइन करने से पहले ही पेखुवेला प्रोजैक्ट का भुगतान हो चुका था और अप्रैल 2024 में इस प्रोजैक्ट का उद्घाटन भी कर दिया गया था। गौरतलब है कि विमल नेगी बीते मार्च महीने में एकाएक लापता हो गए थे। 18 मार्च को उनका शव बिलासपुर की गोबिंदसागर झील से बरामद किया गया था। इसके बाद परिजनों ने कार्पोरेशन कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर उच्च अधिकारियों पर विमल नेगी पर गलत काम करने के लिए दबाव बनाने और प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे। ऐसे में सरकार ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को जांच का जिम्मा सौंपा था। इसी कड़ी में उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है।