Edited By Kuldeep, Updated: 28 Jul, 2025 04:47 PM

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि राज्य सरकार और कांग्रेस पार्टी तिरंगे का अपमान सहन नहीं करेगी।
शिमला (कुलदीप): मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि राज्य सरकार और कांग्रेस पार्टी तिरंगे का अपमान सहन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि राजस्व मंत्री के साथ थुनाग में दुर्व्यवहार किए जाने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है तथा उनसे चर्चा करने के बाद कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू यहां पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन लोगों ने राजस्व मंत्री की तिरंगा लगी गाड़ी पर काले झंडे और जूते फैंके हैं, उन पर तिरंगे के अपमान का मामला दर्ज होगा।
उन्होंने कहा कि एक तरफ भाजपा देशभर में तिरंगा यात्रा निकाल रही है और दूसरी तरफ उनके कार्यकर्त्ता तिरंगे पर काले कपड़े और जूते फैंककर इसका अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने हॉर्टिकल्चर कालेज में पढ़ने वाले बच्चों और उनके अभिभावकों की मांग पर थुनाग कालेज नाचन को गोहर स्थानांतरित किया है। उन्होंने कहा कि इस बारे राजस्व मंत्री जनता से यही बात बार-बार कह रहे थे कि यह सरकार का फैसला है, मगर उनके साथ गलत व्यवहार किया गया।
एफआईआर नहीं, आपदा प्रभावितों की मदद के लिए है सरकार
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के बयान पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि सरकार एफ.आई.आर. के लिए नहीं, बल्कि लोगों की मदद करने के लिए है। उनकी समझ में यह नहीं आ रहा है कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी से क्या परेशानी है। आपदा से जो भी परिवार प्रभावित हुए हैं, सरकार उन्हें बसाएगी और उनके लिए स्पैशल पैकेज दिया जाएगा। इसी तरह जिनके घर टूटे हैं और गाय, भेड़ व बकरी सहित अन्य पशु बह गए हैं, उन्हें भी राहत दी जाएगी।
राज्यपाल को शोभा नहीं देती नशाखोरी पर की गई टिप्पणी
मुख्यमंत्री ने राज्यपाल की तरफ से नशाखोरी को लेकर की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को ऐसी टिप्पणी करना शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि सरकार ने नशे को समाप्त करने के लिए हर जरूरी कदम उठाए हैं। इसके लिए नशामुक्ति केंद्र भी खोले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने किस संदर्भ में यह टिप्पणी की है, इसे लेकर वह खुद उनसे मिलेंगे।
केंद्र सरकार देती है वन भूमि की अनुमति
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वन भूमि पर लोगों को घर बनाने की अनुमति केंद्र सरकार ही दे सकती है। इसके लिए भाजपा नेताओं को मामला केंद्र सरकार से उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आपदा में कई लोगों की सारी जमीन बह गई है। इस कारण उनके पास घर बनाने के लिए भी जगह नहीं बची है।
भाजपा नेता देर आए पर दुरुस्त आए
मुख्यमंत्री ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के नेतृत्व में सभी भाजपा नेता और सांसद, केंद्रीय मंत्रियों से राहत राशि की मांग को लेकर मिलना अच्छा कदम है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा नेता देर आए पर दुरुस्त आए, चलो अच्छा है। उन्होंने कहा कि अच्छा होता अगर भाजपा नेता वर्ष, 2023-24 में घटित सदी की सबसे भीषण प्राकृतिक आपदा के समय भी ऐसी एकजुटता दिखाते। उस समय सरकार ने विधानसभा में 3 दिन चर्चा के बाद केंद्र से स्पैशल पैकेज की मांग को लेकर प्रस्ताव पारित किया था। भाजपा ने उस समय इस प्रस्ताव पर वोटिंग के समय सदन से वॉकआऊट कर दिया था।