Edited By Kuldeep, Updated: 01 Dec, 2024 10:48 PM
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि 10 लाख से ज्यादा सम्मान निधि के आवेदन सरकारी दफ्तरों में क्यों धूल फांक रहे और लंबित पड़े सम्मान निधि के आवेदनों पर सरकार कब फैसला लेगी, यह मातृ शक्ति के साथ सरकार का रवैया अपमानजनक है।
शिमला (हैडली): नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि 10 लाख से ज्यादा सम्मान निधि के आवेदन सरकारी दफ्तरों में क्यों धूल फांक रहे और लंबित पड़े सम्मान निधि के आवेदनों पर सरकार कब फैसला लेगी, यह मातृ शक्ति के साथ सरकार का रवैया अपमानजनक है। यहां से जारी बयान में उन्होंने कहा कि सुख सम्मान निधि के 10 लाख से ज्यादा आवेदन सरकार के दफ्तरों में धूल फांक रहे हैं। प्रदेश की 18 साल से 59 साल की आयु वर्ग की सभी महिलाओं को महिला सम्मान निधि आखिर कब मिलनी शुरू होगी।
उन्होंने सवाल दागा कि प्रदेश में घूम-घूम के मुख्यमंत्री कहते हैं कि उन्होंने महिला सम्मान निधि की गारंटी पूरी कर दी है। वह मुख्यमंत्री से जानना चाहते हैं कि फिर ये आवेदन क्यों लंबित पड़े हैं। चुनाव के समय सभी महिलाओं से फार्म भरवा कर उन्हें सम्मान निधि की राशि देने की घोषणा करने वाले सरकार बनने के बाद कितने शांत और असहाय क्यों हैं? कम से कम मुख्यमंत्री कांग्रेस के पोस्टर ब्वॉय बनकर देश भर में झूठ बोलना बंद करें और अपनी नाकामी स्वीकार करें। प्रदेश की मातृ शक्ति से झूठ बोलने व धोखा देने के लिए माफी भी मांगें।
उन्होंने कहा कि मातृ शक्ति के साथ प्रदेश सरकार का यह रवैया अपमानजनक और शर्मसार करने वाला है। अपनी कुर्सी और लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिना तैयारी और बजट प्रावधान के सरकार ने सम्मान निधि देने की घोषणा कर दी और प्रतिदिन नए-नए नियम बनाकर प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस योजना का लाभ लेने से रोकने का प्रयास किया जिसके कारण चुनाव के समय 7 लाख से ज्यादा आवेदन मिलने के बाद भी मात्र 28,000 महिलाओं को सम्मान निधि की एक किस्त दी गई और सरकार द्वारा कहा गया कि हमने गारंटी पूरी कर दी है। विधानसभा में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने स्वयं इस बात का खुलासा किया कि 28 हजार लोगों में से 2810 लोग अपात्र हैं और उनसे रिकवरी की जा रही है। अब सवाल उठता है कि वे अपात्र लोग कौन हैं?