Edited By Kuldeep, Updated: 10 Jul, 2023 11:38 PM

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल को प्राकृतिक आपदा से हुई भारी क्षति के मध्य नजर हिमाचल को केंद्र सरकार सेराष्ट्रीय आपदा घोषित करने का अनुरोध किया है।
शिमला/नादौन (कुलदीप/ जैन): मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में मानसून की भारी वर्षा से अब तक 3,000 करोड़ रुपए से 4,000 करोड़ रुपए नुक्सान होने की संभावना है। उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि वर्षा से हुए नुक्सान को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा घोषित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि 50 वर्ष में इतनी भयंकर वर्षा देखने को नहीं मिली, जिससे प्रदेश की अधिकांश नदियां उफान पर हैं और कई स्थानों पर भयंकर बाढ़ जैसे हालात पैदा हुए हैं। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नादौन में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि भारी वर्षा से ऊना व बद्दी सहित अन्य क्षेत्रों में कई पुल बह चुके हैं। नैशनल हाईवे, पी.एम.जी.एस.वाई., कई अन्य सड़कें व बड़ी संख्या में मकानों को भारी नुक्सान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि वह सुबह 4 बजे तक राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लेते रहे तथा सभी डी.सी. व एस.पी. से संवाद किया। इसके अलावा राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में स्थिति पर नजर रखने के लिए समिति गठित की गई है। सभी मंत्रियों व विधायकों को मोर्चे पर तैनात रहने को कहा गया है तथा वह खुद उच्च अधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।
4 एन.एच. अभी बंद : राज्य में अब तक 4 नैशनल हाईवे बंद हैं। इसमें सैंज से औट व नालागढ़ स्वारघाट एन.एच. पूरी तरह से बंद हैं। कीरतपुर-मनाली नैशनल हाईवे मंडी से आगे अवरुद्ध है। इसके अलावा शिमला-कालका नैशनल हाईवे कोटी के पास भूस्खलन के चलते बंद है, जिसको देर रात यातायात के लिए खोल दिए जाने की संभावना है। राज्य में अब तक 17 लोगों की मानसून से हुई वर्षा के कारण जान गई है। राज्य में 4597 बिजली की लाइनें (डायनामिक थर्मल रेटिंग) तथा 795 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हैं। साथ ही 605 ट्रांसफार्मर बंद हैं। मुख्यमंत्री ने परवाणु, रोहड़ू, ठियोग से रामपुर, छैला से कुमारहट्टी सड़कों और अन्य सेब उत्पादन क्षेत्रों की सड़कों को खुला रखने और मलबा हटाने के लिए अधिकारियों को अतिरिक्त मशीनरी तैनात करने के निर्देश दिए। उन्होंने इन क्षेत्रों में तत्काल सड़क सुधार के लिए 4 करोड़ रुपए आबंटित करने के निर्देश दिए।
उपायुक्तों को 10 दिन सतर्क रहने के निर्देश : मुख्यमंत्री ने सभी उपायुक्तों को आगामी 10 दिनों तक सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से राहत और बचाव कार्यों के लिए पंचायती राज संस्थाओं के जन प्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों को शामिल करने के लिए कहा। सेब बैल्ट में तत्काल सुधार के लिए 4 करोड़ जारी : मुख्यमंत्री ने सेब बैल्ट में सड़क सुधार के लिए तत्काल 4 करोड़ रुपए आबंटित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने परवाणू-रोहड़ू, ठियोग से रामपुर, छैला से कुमारहट्टी सड़कों और अन्य सेब उत्पादन क्षेत्रों की सड़कों को खुला रखने और मलबा हटाने के लिए अतिरिक्त मशीनरी तैनात करने के निर्देश दिए। बारिश से नुक्सान पर 2.84 करोड़ की अनुग्रह राशि जारी : राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एस.डी.एम.ए.) की तरफ से बारिश से नुक्सान के लिए 2.84 करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि जारी की गई है।
मोदी-नड्डा की सुक्खू से बात, सी.एम. ने आॢथक पैकेज मांगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा तथा बाढ़ के कारण हुए जान व माल के नुक्सान के संबंध में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से दूरभाष पर बात की तथा केंद्र सरकार से हरसंभव केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बाढ़ से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। उन्होंने प्रदेश में बचाव कार्यों में केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल को तैनात करने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। साथ ही संकट से प्रदेश के उबरने की प्रक्रिया में विशेष आर्थिक पैकेज प्रदान करने की अपील की।