Edited By Vijay, Updated: 12 Dec, 2025 09:07 PM

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आरोप लगाया है कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सराज के दुश्मन हैं, इसलिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 1500 करोड़ रुपए दिलाने की बात नहीं करते।
शिमला (कुलदीप): मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आरोप लगाया है कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सराज के दुश्मन हैं, इसलिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 1500 करोड़ रुपए दिलाने की बात नहीं करते। उन्होंने कहा कि यदि प्रधानमंत्री की तरफ से घोषित 1500 करोड़ रुपए मिलते हैं तो उसमें सराज सहित अन्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों में शीघ्र राहत एवं पुनर्वास कार्यों को तेजी प्रदान करने में मदद मिल सकती है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश सचिवालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे।
नेता प्रतिपक्ष झूठ बोलते हैं, उनकी बात का जवाब देने को मन नहीं करता
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि नेता प्रतिपक्ष झूठ बोलते हैं, इसलिए उनकी बात का जवाब देने को मन नहीं करता। उन्होंने कहा कि जब हर बात बिना तथ्यों के झूठ ही बोलना है तो उसका क्या उत्तर दिया जा सकता है? उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर विपक्ष के नेता हैं और उनको प्रधानमंत्री से मदद दिलाने में सहयोग करना चाहिए। इसी तरह पीडीएनए के 2000 करोड़ रुपए दिलाने में भी मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह जानते हैं कि नेता प्रतिपक्ष इस कार्य में मदद नहीं कर पाएंगे। इस कारण राज्य सरकार अपने राजस्व से राहत एवं पुनर्वास कार्यों को तेजी के साथ कर रही है।
जेपी नड्डा केंद्रीय मंत्री, उनका प्रदेश में स्वागत
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के शिमला दौरे को लेकर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वह केंद्रीय मंत्री हैं, इस नाते उनका प्रदेश में स्वागत है। जहां तक भाजपा की तरफ से शिमला में नया प्रदेश कार्यालय बनाने की बात है तो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते ऐसा करना नड्डा का दायित्व बनता है।
मुख्यमंत्री ने सचिवालय में सुनीं जनसमस्याएं
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश सचिवालय में जन समस्याएं सुनीं। उन्होंने इस दौरान लोगों की समस्याओं के मौके पर ही निपटारे के आदेश दिए। उन्होंने जनता की तरफ से मिलीं कुछ अन्य शिकायतों के संदर्भ में संबंधित विभागों को अध्ययन करके उचित कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए।