Edited By Kuldeep, Updated: 08 Dec, 2025 04:41 PM

एचआरटीसी में वेतन को लेकर गहरा संकट पैदा हो गया है। निगम में तैनात अधिकारी एवं चालक और परिचालक नवम्बर माह का वेतन न मिलने से भारी आक्रोश है।
शिमला (राजेश): एचआरटीसी में वेतन को लेकर गहरा संकट पैदा हो गया है। निगम में तैनात अधिकारी एवं चालक और परिचालक नवम्बर माह का वेतन न मिलने से भारी आक्रोश है। दिसम्बर की 8 तारीख बीत जाने के बाद भी कर्मचारियों के खातों में नवम्बर माह का वेतन नहीं आया है। इस स्थिति से परेशान यूनियनें अब सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ने की तैयारी में है। एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन के अध्यक्ष मान सिंह ठाकुर और कंडक्टर यूनियन अध्यक्ष प्रीत महेंद्र ने कहा कि कर्मचारी वेतन के लिए बार-बार मांग कर थक चुके हैं।
यूनियन पदाधिकारियों ने बताया कि ड्राइवर और कंडक्टर यूनियन आगामी दिनों में अपनी-अपनी त्रैमासिक बैठकें आयोजित करेंगी, इन बैठकों में बड़े आंदोलन की रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा। यूनियनों ने कहा कि चालक दिन-रात लंबी दूरी की सेवाएं दे रहे हैं और कर्मचारी परिवार से दूर रहकर देर रात तक ड्यूटी पर रहते हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें प्रदेश के अन्य विभागों की तरह समय पर वेतन नहीं मिल रहा है।
घाटे का दोष क्यों
नेताओं का कहना है कि यदि निगम घाटे में चल रहा है तो इसका दोष कर्मचारियों पर नहीं डाला जा सकता है। कर्मचारी अपनी पूरी क्षमता से लगातार सेवाएं दे रहे हैं, फिर भी वेतन का इंतजार करना पड़ रहा है, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यूनियन ने कहा कि हर माह वेतन के लिए सरकार व मंत्री से बात करनी पड़ी है। पिछले कई महीनों से यह नहीं हुआ कि वेतन 1 तारीख को खाते में आ गया हो और यूनियनों को रोष प्रकट न करना पड़ा हो। सरकार अन्य विभागों की तर्ज पर निगम के कर्मचारियों को भी एक तारीख को वेतन जारी करे।