Edited By Kuldeep, Updated: 18 Jan, 2025 06:58 PM
हिमाचल प्रदेश में अब 5 प्रजातियों के पेड़ों काे काटा जा सकेगा। सफेदा, पापुलर व बांस के बाद अब दो प्रजाति जापानी तूत (ब्रौसोनेफिया पपीरीफेरा) तथा ल्यूकेनिया (ल्यूकेनिया ल्यूकोसेफला) प्रजाति के पेड़ों को काटने की अनुमति मिली है।
शिमला (भूपिन्द्र): हिमाचल प्रदेश में अब 5 प्रजातियों के पेड़ों काे काटा जा सकेगा। सफेदा, पापुलर व बांस के बाद अब दो प्रजाति जापानी तूत (ब्रौसोनेफिया पपीरीफेरा) तथा ल्यूकेनिया (ल्यूकेनिया ल्यूकोसेफला) प्रजाति के पेड़ों को काटने की अनुमति मिली है। राज्य सरकार ने इन दो प्रजाति के पेड़ों को प्रतिबंधित सूची से बाहर कर दिया है। इसको लेकर सरकार की ओर से अतिरिक्त मुख्य सचिव वन की तरफ से अधिसूचना जारी की गई है। प्रदेश सरकार ने दो सप्ताह पूर्व राज्य में घरेलू व कृषि उपयोग के लिए 3 प्रजाति के 3 पेड़ों को एक वर्ष के भीतर काटने की अनुमति दी थी।
शेष प्रजाति के पेड़ों को काटने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि खेर का कटान पहले की तरह 10 वर्ष की अवधि के बाद करने की पहले की व्यवस्था को रखा गया था। इसका लोगों ने विरोध किया था। क्योंकि हर क्षेत्र में घरेलू व कृषि उपयोग के लिए अलग-अलग पेड़ों का उपयोग किया जाता है। अब लोगों की मांग पर राज्य सरकार ने पेड़ों के काटने की प्रतिबंधित सूची से सफेदा, पापुलर व बांस के साथ अब दो अन्य प्रजाति को भी बाहर कर दिया है। प्रदेश सरकार एक ओर प्रजाति को भी प्रतिबंध से बाहर करने की तैयारी में है। विभागीय सूत्रों के अनुसार कसमल को भी 10 वर्ष कटाई कार्यक्रम के तहत आगामी 31 जनवरी तक इस प्रतिबंधित सूची से बाहर किया जा सकता है।