Edited By Kuldeep, Updated: 20 Jun, 2025 05:58 PM

हिमाचल प्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए रूम टू रीड इंडिया ट्रस्ट के साथ एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित किया है।
शिमला (ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए रूम टू रीड इंडिया ट्रस्ट के साथ एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित किया है। इस समझौते का उद्देश्य हिमाचल प्रदेश में सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए सहयोग और सहभागिता को बढ़ावा देना है। शुक्रवार को शिमला में समग्र शिक्षा निदेशालय में समग्र के स्टेट प्रोजैक्ट डायरैक्टर राजेश शर्मा व आरटीआर आईटी निदेशक पूनम गर्ग के बीच करार हुआ है।
हिमाचल प्रदेश सरकार व आरटीआर आईटी के बीच यह करार 3 वर्ष की अवधि के लिए हुआ है। 3 वर्ष बाद बीते वर्षों की समीक्षा के बाद इसके विस्तार पर दोबारा चर्चा होगी। समग्र शिक्षा के निदेशक राजेश शर्मा का कहना है कि इस समझौते से हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में पुस्तकालयों की स्थिति में सुधार होगा और छात्रों में पढ़ने की आदत विकसित होगी। इसके अलावा इस समझौते से राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
इस समझौते के तहत प्रदेश के कुछ जिलों में पायलट बेस पर इसकी शुरूआत करने का सुझाव
इस समझौते के तहत रूम टू रीड इंडिया ट्रस्ट हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग को सरकारी स्कूलों में तकनीकी सहायता प्रदान करेगा। इसके तहत प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पुस्तकालयों को मजबूत किया जाएगा, ताकि स्कूलों में पढ़ने की संस्कृति को बढ़ावा दिया जा सके। इसके अलावा इस समझौते के तहत रूम टू रीड इंडिया ट्रस्ट राज्य की भाषाओं में आधारभूत कक्षाओं के लिए पाठन सामग्री के सह-निर्माण में भी सहायता करेगा।
समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा ने रूम टू रीड इंडिया ट्रस्ट के निदेशक को सुझाव दिया कि इस समझौते के तहत प्रदेश के कुछ जिलों में पायलट बेस पर इसकी शुरूआत की जाए और इन जिलों के अच्छे परिणाम आने के बाद इसका पूरे प्रदेश में विस्तार किया जाए।