Edited By Kuldeep, Updated: 20 Nov, 2023 09:19 PM
करोड़ों रुपए के क्रिप्टो करंसी स्कैम में संलिप्त आरोपियों पर एस.आई.टी. का शिकंजा कसता जा रहा है। इसी कड़ी में जांच टीम ने करीब 10 आरोपियों के विभिन्न बैंक खातों को सीज कर दिया है।
शिमला (राक्टा): करोड़ों रुपए के क्रिप्टो करंसी स्कैम में संलिप्त आरोपियों पर एस.आई.टी. का शिकंजा कसता जा रहा है। इसी कड़ी में जांच टीम ने करीब 10 आरोपियों के विभिन्न बैंक खातों को सीज कर दिया है। हालांकि मामले की जांच चली होने के चलते अभी एस.आई.टी. के अधिकारी कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं। छानबीन में मिले साक्ष्यों के आधार पर एस.आई.टी. आरोपियों की 18 करोड़ से अधिक की संपत्ति को पहले ही सीज कर चुकी है।
इसके साथ ही मुख्य आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट भी तैयार कर ली गई है, जिसे जल्द ही अदालत में पेश कर दिया जाएगा। पूरे घोटाले में सुभाष शर्मा के साथ ही सुखदेव, हेमराज और अभिषेक सहित एक-दो अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता सामने आई है। ऐसे में सभी को चार्जशीट में नामजद किया गया है। जांच में खुलासा हुआ है कि सुनियोजित तरीके से पूरे घोटाले को अंजाम दिया गया। इस मामले में अब तक 19 गिरफ्तारियां प्रदेश सहित बाहरी राज्यों से की जा चुकी हैं जबकि कुछ भूमिगत हुए आरोपियों की धरपकड़ को लेकर संभावित स्थानों पर दबिशों का दौर जारी है।
करोड़ों का लिया प्रॉफिट, घोटाले में संलिप्तता से मुकरे
पूरे स्कैम की तह तक जाने के लिए एस.आई.टी. जांच दायरे में चल रहे व्यक्तियों से पूछताछ कर रही है। सूत्रों की मानें तो करोड़ों रु पए का प्रॉफिट लेने वाले अधिकतर निवेशक घोटाले में अपनी किसी भी तरह की संलिप्तता से इंकार कर रहे हैं। तर्क दिया जा रहा है कि परिचित के कहने पर निवेश किया और लोगों को जोड़ा तथा उसकी एवज में अच्छा प्रॉफिट लिया। यह मालूम नहीं था कि ये सब केवल ठगी का जाल है।