Shimla: कंबोडिया और सिंगापुर के लिए रवाना हुआ 50 मेधावी विद्यार्थियों का दल, CM सुक्खू ने दिखाई हरी झंडी

Edited By Kuldeep, Updated: 07 Feb, 2025 05:55 PM

shimla chief minister brilliant students tour

हिमाचल के इतिहास में पहली बार सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को विदेश भ्रमण पर भेजा गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को अपने आधिकारिक आवास से 50 मेधावी विद्यार्थियों के दल को 11 दिवसीय शैक्षणिक अध्ययन के लिए कंबोडिया और सिंगापुर के...

शिमला (ब्यूरो): हिमाचल के इतिहास में पहली बार सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को विदेश भ्रमण पर भेजा गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को अपने आधिकारिक आवास से 50 मेधावी विद्यार्थियों के दल को 11 दिवसीय शैक्षणिक अध्ययन के लिए कंबोडिया और सिंगापुर के लिए रवाना किया। ये बच्चे 17 फरवरी को वापस देश लौटेंगे। प्रदेश के ये होनहार विद्यार्थी इन दोनों देशों में न केवल ऐतिहासिक धरोहरों का भ्रमण करेंगे, बल्कि वहां की संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहरों, वास्तुकला, विज्ञान और तकनीकी विकास को भी जान पाएंगे। मुख्यमंत्री ने सभी बच्चों को टैबलेट और किट भी वितरित कीं। उन्होंने बच्चों से पूछा, दिल्ली पहली बार कौन जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब मैं कॉलेज में था तो पहली बार दिल्ली गया था।

सभी बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा ‘बच्चे देश का भविष्य हैं। आपके सपने आपकी शिक्षा और आपका ज्ञान ही भारत को एक मजबूत और विकसित राष्ट्र बनाएगा।’ उन्होंने कहा कि यह केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि सीखने के साथ-साथ दुनिया को एक नए नजरिए से देखने का सुनहरा अवसर है। यह यात्रा न केवल बच्चों के लिए ज्ञानवर्धक होगी, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और वैश्विक दृष्टिकोण रखने वाला नागरिक भी बनाएगी। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष 100 मेधावी बच्चों के साथ-साथ अनाथ बच्चों को विदेश भ्रमण पर भेजा जाएगा। दिसम्बर में ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ को गोवा भ्रमण के लिए भेजा गया था।

शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही राज्य सरकार
सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार पिछली भाजपा सरकार की तरह नए संस्थान खोलने की बजाय उनमें सुविधाएं जुटाने के प्रयास कर रही है। राज्य सरकार ने 200 शिक्षकों को सिंगापुर की एक्सपोजर विजिट पर भी भेजा था ताकि दुनिया की बैस्ट टीचिंग प्रैक्टिस को हिमाचल में लागू किया जा सके। राज्य सरकार शिक्षकों को देश के बैस्ट शिक्षण संस्थानों से उच्च स्तरीय प्रशिक्षण देने के लिए कदम उठा रही है।

आपकी ही तरह मैं भी सरकारी स्कूल से पढ़कर निकला हूं
उन्होंने कहा कि मैं आपकी ही तरह सरकारी स्कूल से पढ़कर निकला हूं। आप अपनी मेहनत और लगन से कोई भी लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों में सुधार लाने के लिए पहली कक्षा से अंग्रेजी मीडियम शुरू किया है। इसके अतिरिक्त ‘राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल’ का निर्माण चरणबद्ध तरीके से कर रही है। आने वाले बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई क्रांतिकारी योजनाएं आएंगी।

कंबोडिया में है दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर : शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार अपने कार्यकाल में शिक्षा का 60 प्रतिशत बजट भी खर्च नहीं कर पा रही थी, जबकि वर्तमान राज्य सरकार दो वर्षों में 95 प्रतिशत से अधिक बजट खर्च कर रही है। शिक्षा में सुधार के लिए राज्य सरकार खाली पदों को भर रही है। उन्होंने कहा कि 31 मार्च तक कोई भी स्कूल बिना अध्यापक के नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि इन बच्चों को कंबोडिया इसलिए भेजा जा रहा है क्योंकि वहां दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है और कई अन्य ऐतिहासिक स्थल हैं। उन्होंने कहा कि गांव के बच्चों को विदेश जाने का मौका मुख्यमंत्री की सोच का परिणाम है। इस अवसर पर महापौर शिमला सुरेंद्र चौहान, पूर्व सी.पी.एस. सोहन सिंह ठाकुर, राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा राजेश शर्मा, निदेशक उच्च शिक्षा अमरजीत सिंह, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा आशीष कोहली उपस्थित रहे।

चम्बा जिला की स्मृति जरयाल ने मुख्यमंत्री का जताया आभार
भ्रमण के लिए जा रही चम्बा जिला की स्मृति जरयाल ने कहा कि वह भाग्यशाली है कि उसे विदेश यात्रा पर जाने का अवसर मिल रहा है, जिसके लिए वह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की आभारी है। उसने कहा कि उसका चयन कल्चरल कैटेगरी से हुआ है और कभी नहीं सोचा था कि कभी विदेश जाऊंगी।

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