Edited By Kuldeep, Updated: 07 Apr, 2025 05:34 PM

आंदोलनरत वोकेशनल ट्रेनर्ज सोमवार को मुख्यमंत्री से मिलने सचिवालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को अपना दुखड़ा सुनाया।
शिमला (प्रीति): आंदोलनरत वोकेशनल ट्रेनर्ज सोमवार को मुख्यमंत्री से मिलने सचिवालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को अपना दुखड़ा सुनाया। इस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वोकेशनल शिक्षा केंद्र का प्रोजैक्ट है और इसकी फंडिंग केंद्र से होती है। प्रोजैक्ट में नियुक्तियां भी केंद्र द्वारा ही की जाती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल के हाथ में कुछ भी नहीं है। बावजूद इसके केंद्र सरकार से इस मामले पर बातचीत की जाएगी। मुख्यमंत्री ने वोकेशनल ट्रेनर्ज को आश्वासन दिया कि उनकी पॉलिसी में किस तरह से काम हो सकता है, इस बारे केंद्र से बात की जाएगी। राज्य सरकार से जो भी संभव होगा, वो किया जाएगा। ट्रेनर्ज सरकार से हरियाणा की तर्ज पर उन्हें सोसायटी में लाने की मांग कर रहे हैं।
वोकेशनल शिक्षक संघ के अध्यक्ष अश्विनी डढवालिया ने कहा कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है। कंपनियों को बाहर कर समग्र शिक्षा से ही वेतन की मांग सरकार से की गई। अध्यक्ष का कहना है कि हरियाणा में शिक्षक सोसायटी के तहत काम कर रहे हैं। इससे कंपनियों को दी जाने वाली कमीशन में बचत हो रही है। उनका कहना है कि इसी तर्ज पर हिमाचल में भी वोकेशनल शिक्षा को समग्र शिक्षा की सोसायटी में लाया जाए। गौर हो कि वोकेशनल ट्रेनर्ज का चौड़ा मैदान में क्रमिक अनशन जारी है। बीते 30 मार्च से वोकेशनल ट्रेनर्ज यहां आंदोलन कर रहे हैं।
शिक्षकों को दिया गया स्कूलों में ज्वाइन करने का समय
इस दौरान विभाग की ओर से शिक्षकों को स्कूलों में ज्वाइन करने का समय दिया गया है। जहां पहले शिक्षकों को 7 अप्रैल पांच बजे तक कंपनियों को ज्वाइनिंग रिपोर्ट देने को कहा गया था, अब वहीं इसके लिए इन्हें और समय दिया जा सकता है। हालांकि इस दौरान अधिकतर शिक्षकों ने एग्रीमैंट साइन कर लिया है।