Edited By Kuldeep, Updated: 28 Dec, 2024 06:33 PM
काले धन से जुड़े मामलों की जांच करने वाली एजैंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का हिमाचल के सुर्खियों में आए कार्यालय के बाद अब इस केस की परतें खुलने लग गई हैं।
शिमला (संतोष): काले धन से जुड़े मामलों की जांच करने वाली एजैंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का हिमाचल के सुर्खियों में आए कार्यालय के बाद अब इस केस की परतें खुलने लग गई हैं। अढ़ाई करोड़ रुपए की रिश्वत के मामले में सीबीआई चंडीगढ़ को मिली दो अलग-अलग शिकायतों के बाद की गई कार्रवाई के उपरांत अब जाकर ईडी के अधिकारियों पर मुकद्दमा दर्ज किया गया है। जांच में अब कई पहलू सामने आने लगे हैं।
ईडी कार्यालय के एक बड़े ओहदेदार ऑफिसर के अलावा इसमें दो अन्य अधिकारी भी शामिल बताए जा रहे हैं और वे भी फरार चले हुए हैं, क्योंकि सीबीआई चंडीगढ़ द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में इन दोनों अधिकारियों के नाम भी शामिल हैं। मनी लांड्रिंग मामले की जांच में रिश्वत की मांग जिला सिरमौर के कालाअंब स्थित एक शैक्षणिक संस्थान के चेयरमैन से की गई थी, जिन्हें 19 दिसम्बर को ईडी कार्यालय बुलाया गया था, जहां पर दो अधिकारियों ने रिश्वत की मांग कर डाली और रकम तय हो गई और बाद में उच्चाधिकारी के पास भेज दिया, जिसने अलग से रिश्वत की मांग की।
शैक्षणिक संस्थान के चेयरमैन ने इसकी शिकायत सीबीआई चंडीगढ़ को की थी और दूसरी शिकायत ईडी की जांच से जूझ रहे एक व्यक्ति ने भी सीबीआई को दी थी, जिसे रिश्वत मांगते हुए सौदा पक्का किया गया था और इन्हें जीरकपुर व पंचकूला में तय की गई रिश्वत की रकम के साथ बुलाया गया था, जहां सीबीआई ने पहले से ही जाल बुन रखा था।
सूत्र बताते हैं कि रिश्वत की रकम लेने के लिए दो अलग-अलग वाहनों में यह लोग आए थे, जिन्होंने पहले जीरकपुर और बाद में पंचकूला से रिश्वत की रकम ली और फरार हो गए, इसमें मुख्य आरोपी ईडी का उच्चाधिकारी सहित 3 से 4 लोग बताए जाते हैं और पकड़ा गया ईडी अधिकारी का भाई भी शामिल था, जिसके समक्ष डील फाइनल हुई थी। यही नहीं इन्होंने सीबीआई की टीम पर भी गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया था, लेकिन पैरापिट से गाड़ी टकराने के बाद सीबीआई की टीम के हत्थे हिमाचल ईडी कार्यालय के मुख्य आरोपी का भाई हाथ लगा है, जो रिमांड पर चल रहा है।
उधर, ईडी के ऊंचे ओहदे पर आसीन अधिकारी सहित अन्य फरार चल रहे दो अधिकारियों की तलाश में सीबीआई की टीम हिमाचल के विभिन्न स्थलों और उनके संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दे रही है। हालांकि सीबीआई की शिमला पहुंची टीम की भनक इन अधिकारियों को लग जाने से वे तो फरार हो गए, लेकिन इनकी गिरफ्तारी के लिए सीबीआई ने अपनी जांच और तलाश का दायरा बढ़ा लिया है। यही नहीं हिमाचल के अलावा सीबीआई की टीम हरियाणा, चंडीगढ़ आदि में भी अपना जाल बिछाए हुए है, ताकि इनकी धरपकड़ की जा सके।