Edited By Vijay, Updated: 05 Sep, 2024 04:32 PM
शिमला के संजौली क्षेत्र में बनी अवैध मस्जिद का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। विधानसभा में मंत्री अनिरुद्ध सिंह के बयान पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अनिरुद्ध सिंह पर भाजपा की भाषा बोलने और हिमाचल की मोहब्बत की दुकान में नफरत ही नफरत की...
शिमला (योगराज): शिमला के संजौली क्षेत्र में बनी अवैध मस्जिद का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। विधानसभा में मंत्री अनिरुद्ध सिंह के बयान पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अनिरुद्ध सिंह पर भाजपा की भाषा बोलने और हिमाचल की मोहब्बत की दुकान में नफरत ही नफरत की टिप्पणी की है, जिस पर मंत्री अनिरुद्ध सिंह और विक्रमादित्य सिंह ने पलटवार किया है और कहा है कि सब जानते हैं कि ओवैसी बीजेपी की बी टीम हैं और एक समुदाय विशेष पर उनकी राजनीति टिकी हुई है और हिमाचल प्रदेश में सभी के लिए मोहब्बत है नफरत के लिए कोई जगह नहीं है इसलिए ओवैसी अपने राज्य में ध्यान दें यहां बात वैध और अवैध की है मंदिर या मस्जिद की नहीं।
मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि संजौली क्षेत्र में बनी मस्जिद अवैध है और 2010 से मामला एमसी अदालत में लटका हुआ है लेकिन कारवाई नहीं हुई। इसी को लेकर सदन में बात रखी है और सरकार भी इसको लेकर गंभीर है। लोगों में इसको लेकर खासा आक्रोश भी है क्योंकि काफी संख्या में शिमला में बाहरी राज्यों से लोग आ रहे हैं जिनकी पुलिस वैरिफिकेशन नहीं है, ऐसे में सुरक्षा को भी खतरा पैदा होता है और यही चिंता मैंने सदन में जाहिर की है। ओवैसी इस मुद्दे पर अपनी राजनीति रोटियां सेंक रहे हैं।
वहीं मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी ओवैसी के बयान पर पलटवार किया और कहा कि हिमाचल प्रदेश में सभी के लिए मोहब्बत है और नफरत के लिए कोई जगह नहीं है। ओवैसी अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए बेतुके बयान दे रहे हैं। संजौली मस्जिद मामले में सरकार कानून के दायरे में रहकर काम करेगी और नगर निगम की अदालत का जो भी निर्णय शनिवार को आएगा सरकार उस आधार पर कार्रवाई करेगी।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here