Edited By Vijay, Updated: 30 Jul, 2025 11:55 AM

हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य भर में भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ (फ्लैश फ्लड) की घटनाएं लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बन गई हैं। सबसे अधिक नुकसान मंडी जिले में देखने को मिला है।
हिमाचल डैस्क: हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य भर में भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ (फ्लैश फ्लड) की घटनाएं लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बन गई हैं। सबसे अधिक नुकसान मंडी जिले में देखने को मिला है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मंडी जिला प्रशासन ने टिक्कन सब-तहसील के सभी शैक्षणिक संस्थानों में बुधवार को एहतियातन अवकाश घोषित कर दिया है। इससे पहले रात के समय चंडीगढ़-मनाली फोरलेन पर 4 मील के पास भारी भूस्खलन के चलते सड़क मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया था। हालांकि, राहत दलों के प्रयासों से यह मार्ग बुधवार सुबह करीब 8:30 बजे यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है।
पूरे प्रदेश की बात करें तो वर्तमान में 357 से अधिक सड़कों पर यातायात ठप्प है, जिससे ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों का संपर्क मुख्य मार्गों से कट गया है। इसके अलावा 700 से ज्यादा बिजली के ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं, जिससे हजारों घरों में अंधेरा पसरा हुआ है। इसी के साथ 179 से अधिक पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं, जिससे लोगों को पीने के पानी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मंडी जिला सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है, जहां अकेले 254 सड़कें बंद हैं और 540 से अधिक ट्रांसफार्मर काम नहीं कर रहे हैं। कई गांवों तक राहत सामग्री पहुंचाने में भी भारी दिक्कतें आ रही हैं। ग्रामीणों को बिजली, पानी और यातायात की समस्या के साथ-साथ भूस्खलन से जानमाल के खतरे का भी सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अत्यधिक जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकलें और किसी भी आपात स्थिति में जिला आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष से संपर्क करें। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए भी भारी बारिश का यैलो और कुछ क्षेत्रों में ऑरैंज अलर्ट जारी किया है।