Edited By Vijay, Updated: 18 Dec, 2024 04:44 PM
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के डिनर विवाद में पत्रकारों पर केस दर्ज होने से प्रदेश में सियासत गर्मा गई है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता एव अधिवक्ता अजय चौहान ने...
शिमला: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के डिनर विवाद में पत्रकारों पर केस दर्ज होने से प्रदेश में सियासत गर्मा गई है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता एव अधिवक्ता अजय चौहान ने इसे लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सरकार के इशारों पर पुलिस द्वारा लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारों पर केस दर्ज करना लोकतंत्र पर हमला करार दिया है।
अजय चौहान ने बताया कि बीते 13 दिसम्बर को प्रदेश के मुख्यमंत्री जिला शिमला के चौपाल विधानसभा के कुपवी में टिक्कर दौरे पर थे। यहां मुख्यमंत्री के डिनर मैन्यू में जंगली मुर्गे का जिक्र था और स्वयं डिनर के समय मुख्यमंत्री ने भी जंगली मुर्गे का जिक्र किया था तथा साथ में अपने साथी मंत्री तथा अधिकारिओं के लिए जंगली मुर्गा परोसने की बात कही थी। इसको कई मीडिया पोर्टल ने भी चलाया था तथा अगले दिन वह खबर सभी प्रिंट मीडिया तथा राष्ट्रीय इलैक्ट्रॉनिक मीडिया में मुख्य खबर बनी थी। इस मामले पर इसलिए विवाद हुआ था क्योंकि जंगली मुर्गे का शिकार वर्जित है और इसे मारने पर 3 से 7 साल की सजा का प्रावधान है, ऐसे में सीएम के कार्यक्रम में जंगली मुर्गो को परोसने पर सवाल उठाए गए थे क्योंकि वाइल्ड लाइफ एक्ट में जंगली मुर्गे को सरंक्षित जानवर माना गया है।
अजय चौहान ने बताया कि अब इस कड़ी में प्रदेश के 6 लोगों पर केस दर्ज कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश के अंदर कोई पहली घटना नहीं है जब प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने मीडिया पोर्टल और पत्रकारों पर केस दर्ज करवाए हैं। इससे पहले भी धर्मशाला के पत्रकार पर केस दर्ज हुआ था। मीडिया कर्मी सरकार और समाज के बीच सेतू का काम करते हैं और समय-समय पर समाज और आम जनमानस के मुद्दों को उठाते हैं और सरकार तक पहुंचाने का काम करते हैं, लेकिन जिस प्रकार से आए दिन मीडिया कर्मी और पत्रकारों पर केस दर्ज हो रहे हैं उससे सरकार के मीडिया के प्रति मानसिक दृष्टिकोण का पता चल रहा है, जिसकी वह घोर निंदा करते हैं।
अजय चौहान ने कहा कि प्रदेश में आपराधिक मामलों और नशे में दिन-प्रतिदिन बढ़ौतरी हो रही है, उनको पकड़ने और केस करने की बजाय सरकार मीडिया कर्मियों पर केस दर्ज करने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि सरकार को यह केस तुरंत प्रभाव से वापस लेने चाहिए।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here
हिमाचल प्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें Click Here