Edited By Vijay, Updated: 06 Aug, 2025 06:48 PM

हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले के चुराह विधानसभा क्षेत्र की बघेईगढ़ पंचायत का कंगेला गांव एक बड़ी प्राकृतिक आपदा से बाल-बाल बच गया। गांव के ऊपर की पहाड़ी से अचानक एक विशाल चट्टान खिसक कर नीचे की ओर बढ़ी।
तीसा (सुभान दीन): हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले के चुराह विधानसभा क्षेत्र की बघेईगढ़ पंचायत का कंगेला गांव एक बड़ी प्राकृतिक आपदा से बाल-बाल बच गया। गांव के ऊपर की पहाड़ी से अचानक एक विशाल चट्टान खिसक कर नीचे की ओर बढ़ी। इसकी दिशा गांव की ओर थी, जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई, लेकिन किस्मत ने साथ दिया और वह चट्टान अचानक रास्ता बदलकर गांव से दूर गिर गई। इस तरह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। गांव के लोगों और पंचायत प्रतिनिधियों ने पहले की खतरे की स्थिति को भांपते हुए प्रभावित इलाके को खाली करवा दिया था।
अभी भी मंडरा रहा है खतरा
हालांकि राहत की बात यह रही कि इस घटना में कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ, लेकिन संकट अभी टला नहीं है। गांव के ठीक ऊपर एक और बड़ी चट्टान में दरारें आ चुकी हैं, जो किसी भी वक्त खिसक सकती है। चट्टान इतनी बड़ी है कि अगर यह गिरती है तो पूरा गांव इसकी चपेट में आ सकता है। इस संबंध में जानकारी देते हुए बघेईगढ़ पंचायत के उपप्रधान हनीफ मुहम्मद ने बताया कि जिस चट्टान में दरार आई है, वह गांव के ठीक ऊपर स्थित है। इसके ठीक नीचे एक प्राथमिक स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र है। गांव की कुल आबादी लगभग 500 है, और यदि यह चट्टान खिसकती है तो जानमाल का बड़ा नुक्सान हो सकता है।
पंचायत प्रतिनिधियाें ने प्रशासन को दी सूचना
बघेईगढ़ पंचायत की प्रधान शकुंतला देवी ने बताया कि कंगेला गांव में चट्टान गिरने का खतरा बना हुआ था, जिस कारण गांव को तुरंत खाली कर दिया था। चट्टान अब गिर गई वहीं एक और चट्टान गिरने की कगार पर है। हमने गांव वालों को अलर्ट पर रखा है। इसकी सूचना भी हमने प्रशासन को दे दी है। वहीं एसडीएम चुराह अंकुर ठाकुर ने कहा कि बघेईगढ़ पंचायत में गांव के ऊपर चट्टान गिरी है। फिलहाल इससे कोई जानमाल का नुक्सान नहीं हुआ है। मानसून में चुराह में काफी नुक्सान हुआ है। सभी विभागों को सतर्क पर रखा है।