Edited By Vijay, Updated: 23 Aug, 2024 05:31 PM
हाल ही में जिला सिरमौर के नौहराधार में सामने आए राज्य सहकारी बैंक की नौहराधार शाखा में बहुचर्चित करोड़ों रुपए के घोटाले के मामले में लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है।
नौहराधार: हाल ही में जिला सिरमौर के नौहराधार में सामने आए राज्य सहकारी बैंक की नौहराधार शाखा में बहुचर्चित करोड़ों रुपए के घोटाले के मामले में लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। इसी कड़ी में शुक्रवार को स्थानीय व्यापार मंडल, खाताधारकों और क्षेत्रवासियों सहित राजनीतिक दलों से जुड़े प्रतिनिधियों ने नौहराधार में आक्रोश रैली निकाली। रैली के दौरान स्थानीय बाजार में जुटे क्षेत्र के सैंकड़ों लोगों ने बैंक प्रबंधन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने लोगों का पैसा लौटाना होगा, वरना रोजाना धरना होगा, जैसे कई नारे लगाकर अपना रोष जाहिर किया।
आक्रोश रैली के दौरान लोगों ने बैंक प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए बैंक के प्रबंध निदेशक को निलंबित करने और चेयरमैन का इस्तीफा लेने की मांग भी की। इस दौरान लोगों ने बैंक अधिकारियों का भी घेराव किया, साथ ही स्थानीय प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजकर मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग भी की। खाताधारकों इंद्रपाल, सुरेंद्र, इंद्र सिंह, रविंद्र आदि ने कहा कि बैंक में जमा लोगों की पूंजी की सुरक्षा का जिम्मा भी प्रबंधन का है। भरोसे के साथ लोगों ने बैंक में अपनी जीवनभर की कमाई जमा की थी। बावजूद इसके बैंक ने ही उनके साथ धोखाधड़ी की है। अब उनके पास पैसा नहीं बचा है। इससे उनको अपने परिवार के पालन-पोषण की चिंता सता रही है। लोग बार-बार बैंक के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिल रहे हैं। सरकार को चाहिए कि इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई अमल में लाए।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इस घोटाले के मुख्य आरोपी को अभी तक पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है। ऐसे में कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने इस मामले में जल्द से जल्द उपभोक्ताओं की जमापूंजी लौटाने की मांग की, साथ ही चेतावनी भी दी कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो रोजाना धरना-प्रदर्शन किए जाएंगे।
बता दें कि प्रारंभिक जांच में 4 करोड़ 2 लाख रुपए के घोटाले की बात सामने आई है। आरोप बैंक के सहायक प्रबंधक पर लगे हैं। मामला संज्ञान में आने के बाद सहायक प्रबंधक के खिलाफ प्रबंधन की तरफ संगड़ाह पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई है, साथ ही प्रबंधन की तरफ से आरोपी सहायक प्रबंधक को निलंबित कर शिमला मुख्यालय भेजा गया है। इस मामले में अब तक 7 कर्मचारियों को सस्पैंड किया जा चुका है, जबकि 10 कर्मचारियों को नोटिस जारी किए गए हैं। वहीं बैंक प्रबंधन की तरफ से जांच के लिए मामला सीबीआई को भी भेजा गया है। वहीं संगड़ाह पुलिस भी इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है।
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