Edited By Vijay, Updated: 07 Nov, 2024 05:56 PM
मैं गरीब घर का पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी हूं। पिता मेहनत-मजदूरी कर घर को चला रहे हैं। पूर्व में आगरा में हुई ओपन पैरा नैशनल गेम्स में रनरअप रहा हूं और और ऑल इंडिया अंडर-19 पैरा गेम्स में सैमी फाइनलिस्ट रह चुका हूं।
अम्ब (अश्विनी): मैं गरीब घर का पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी हूं। पिता मेहनत-मजदूरी कर घर को चला रहे हैं। पूर्व में आगरा में हुई ओपन पैरा नैशनल गेम्स में रनरअप रहा हूं और और ऑल इंडिया अंडर-19 पैरा गेम्स में सैमी फाइनलिस्ट रह चुका हूं। मेरा 2 बार जापान में होने वाली लेवल-2 इंटर नैशनल पैरा चैम्पियनशिप में चयन हो गया था लेकिन स्पॉन्सरशिप न मिलने के कारण चैम्पियनशिप में भाग नहीं ले सका।
अम्ब में आयोजित दिव्यांगता मूल्यांकन शिविर में अम्ब स्कूल में प्लस-टू में पढ़ रहे दिशांत चौधरी (19) पुत्र कुलदीप चंद निवासी वार्ड नम्बर-8 प्रताप नगर अम्ब ने एसडीएम सचिन शर्मा को अपना दुखड़ा सुनाते हुए कहा कि आर्थिक तंगी के कारण वह अंतर्राष्ट्रीय पैरा गेम्स में भाग नहीं ले पा रहा है। वह जन्म से ही दिव्यांग है और एक बाजू और एक टांग काम नहीं करते हैं। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में भाग लेने के लिए रैकेट सहित 70 हजार की किट आती है।
आने वाले समय में युगांडा में लेवल-3 पैरा इंटरनैशनल चैम्पियन होगी जिसके लिए वह चलेट में अपने कोच के पास प्रशिक्षण ले रहा है। यदि मुझे आर्थिक मदद मिले और कोई स्पॉन्सर मिल जाए तो मैं अंतर्राष्ट्रीय पैरा चैम्पियनशिप में पदक जीतकर देश, प्रदेश और क्षेत्र का नाम रोशन कर सकता हूं। दिशांत की फरियाद को सुनते हुए प्रशासनिक आलाधिकारी ने आश्वस्त किया कि प्रशासन द्वारा उसकी हरसंभव मदद की जाएगी।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here
हिमाचल प्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें Click Here