Edited By Kuldeep, Updated: 21 Jan, 2025 07:44 PM
नगर परिषद चम्बा व डल्हौजी में 20 रुपए प्रति किलो के हिसाब से ई-कचरा खरीदा जाएगा। मंगलवार को डीसी कार्यालय चम्बा से ई-कचरे की खरीद के लिए इलैक्ट्रॉनिक वैन रवाना की गई, जिसे सदर विधायक नीरज नैय्यर ने हरी झंडी दिखाई।
चम्बा (रणवीर) : नगर परिषद चम्बा व डल्हौजी में 20 रुपए प्रति किलो के हिसाब से ई-कचरा खरीदा जाएगा। मंगलवार को डीसी कार्यालय चम्बा से ई-कचरे की खरीद के लिए इलैक्ट्रॉनिक वैन रवाना की गई, जिसे सदर विधायक नीरज नैय्यर ने हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर डीसी मुकेश रेप्सवाल और पीसीबी एसडीओ राहुल शर्मा सहित जेई अखिल भी मौजूद रहे। चम्बा के बाद बुधवार को यह वैन डल्हौजी में ई-कचरा एकत्रित करेगी। इस पहल का उद्देश्य पर्यावरण को प्रदूषण से बचाना और ई-वेस्ट के सुरक्षित निपटान को सुनिश्चित करना है।
इस मौके पर एसडीओ राहुल शर्मा ने बताया कि चम्बा शहर में हर रोज निकलने वाले कचरे का निष्पादन तो नगर परिषद द्वारा किया जा रहा है लेकिन ई-कचरे के निष्पादन का कोई प्रावधान नहीं है। ऐसे में लोग इसे या तो यहां-वहां फैंक देते हैं और या फिर कूड़े में ही जमा कर देते हैं, जिससे सफाई कर्मचारियों को कूड़ा बीनने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में समय भी अधिक बर्बाद होता है। अब कचरे को एकत्रित करने के बाद इसे जिला से बाहर रिसाइकल के लिए भेजा जाएगा, ताकि पर्यावरण भी संरक्षित रहे। राहुल शर्मा ने बताया कि फिलहाल चम्बा शहर व डल्हौजी में ई-कचरे के निष्पादन के लिए कार्य शुरू किया गया है तथा भविष्य में जिला के बाकी बड़े शहर व कस्बे में भी व्यवस्था को लागू किया जाएगा।
नए स्मार्टफोन लेने के बाद इस्तेमाल न होने के अलावा वायर समेत घर में कई ऐसा इलैक्ट्रोनिक सामान रहता है जो अनुपयोगी हो जाता है। इलैक्ट्रीकल और इलैक्ट्राॅनिक उपकरणों को बनाने में खतरनाक पदार्थों में शीशा, पारा व कैडमियम आदि का इस्तेमाल होता है जिसका मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण पर दुष्प्रभाव पड़ता है। ऐसे में अगर समय रहते इन्हें इस्तेमाल के बाद रिसाइकिल नहीं किया गया तो आने वाले समय में इसका दुष्प्रभाव शुरू हो जाता है। यह न तो गलते हैं और न ही सड़ते हैं। अगर उपजाऊ भूमि पर इसे फैंका जाता है तो निश्चित तौर पर भूमि की उपजाऊ क्षमता भी कम होती है। ऐसे में इलैक्ट्रॉनिक बैन चलाकर इसे एकत्रित करके निष्पादन करने का निर्णय लिया गया।