Edited By Jyoti M, Updated: 15 Jan, 2025 01:12 PM
हिमाचल प्रदेश में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत काम करने वाले मजदूरों की हाजिरी में एक नया बदलाव आया है। प्रदेश में अब मनरेगा मजदूरों का चेहरा स्कैन कर हाजिरी लगेगी। ऑनलाइन हाजिरी लगाने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों को...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत काम करने वाले मजदूरों की हाजिरी में एक नया बदलाव आया है। प्रदेश में अब मनरेगा मजदूरों का चेहरा स्कैन कर हाजिरी लगेगी। ऑनलाइन हाजिरी लगाने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों को एनएमएमएस (राष्ट्रीय मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम) साफ्टवेयर का इस्तेमाल करना होगा। इस दौरान एक साथ 10 मनरेगा मजदूरों की हाजिरी लगाई जा सकेगी। इसके अलावा यह हाजिरी कार्यस्थल से 30 मीटर के दायरे में ही लग पाएगी।
एनएमएमएस सॉफ़्टवेयर का उपयोग
इसके लिए मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर हो रहे फर्जीवाड़े पर नकेल कसने के लिए एनएमएमएस सिस्टम का नया अपडेटेड वर्जन लांच किया गया है। इस अपडेटेड वर्जन में मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम से उन्हीं श्रमिकों की उपस्थिति लगेगी, जिनकी पलकें झपकेंगी। ऐसा नहीं होने पर उपस्थिति कॉलम में श्रमिक की फोटो अपलोड नहीं हो सकेगी।
फर्जीवाड़ा पर नकेल कसना
पहले मनरेगा मजदूरों की हाजिरी कार्यस्थल पर फोटो खींचकर लगाई जाती थी। हालांकि, इस प्रक्रिया में कई समस्याएं सामने आ रही थीं। कई बार घर बैठे लोग श्रमिकों के नाम पर काम का दावा करते थे और फर्जी हाजिरी लगाई जाती थी। इसके अलावा, कुछ श्रमिक मस्टररोल में पंजीकृत होने के बावजूद कार्यस्थल पर नहीं पहुंचते थे, लेकिन उनकी हाजिरी लग जाती थी। इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए फेस रीडिंग तकनीक को लागू करने का निर्णय लिया गया है, ताकि केवल वास्तविक मजदूरों की उपस्थिति दर्ज हो सके।
चंद्रवीर सिंह, परियोजना अधिकारी, डीआरडीए कांगड़ा ने बताया कि मनरेगा मजदूरों की हाजिरी लगाने के लिए राष्ट्रीय मोबाइल मॉनीटरिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है। अब इस सिस्टम के वर्जन को कुछ अपडेट किया गया है और अपडेट वर्जन में कुछ बदलाव हुए हैं, उन्हीं बदलावों के तहत अब मनरेगा मजदूरों की हाजिरी लगेगी।