Edited By Kuldeep, Updated: 06 May, 2025 09:28 PM

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति है। ऐसे में भारत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयारियों में जुटा हुआ है, साथ ही राज्य सरकारों को उचित दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं।
शिमला (राक्टा): जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति है। ऐसे में भारत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयारियों में जुटा हुआ है, साथ ही राज्य सरकारों को उचित दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशों पर बुधवार को शिमला में आयोजित की जाने वाली सिविल डिफैंस मॉक ड्रिल को लेकर सरकार पूरी तरह से तैयार है। इसी कड़ी में मंगलवार को मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना की अध्यक्षता में नागरिक सुरक्षा सलाहकार समिति की बैठक हुई। हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वावधान में आयोजित सिविल डिफैंस समिति की बैठक में बुधवार को शिमला में सायं 4 बजे आयोजित की जाने वाली सिविल डिफैंस मॉक ड्रिल ‘ऑप्रेशन अभ्यास’ की तैयारियों की समीक्षा की गई। बैठक को सम्बोधित करते हुए मुख्य सचिव ने सभी जिलाधीशों को केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार नागरिक सुरक्षा सिस्टम को सक्रिय करने के लिए कहा। राज्य के रणनीतिक महत्व को देखते हुए उन्होंने दुश्मन के किसी भी संभावित हवाई हमले के मद्देनजर आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए।
उन्होंने होमगार्ड्स, अग्निशमन सेवाएं तथा नागरिक सुरक्षा के उप महानियंत्रक, शिमला जिला प्रशासन तथा हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को सभी हितधारकों तथा संबंधित विभागों को आयोजित की जाने वाली मॉक ड्रिल के सभी सुचारू एवं वास्तविक निष्पादन के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस अभ्यास में सायरन के साथ संभावित हवाई हमले की तैयारी तथा ब्लैकआऊट उपाय, भवनों में आग की घटनाओं, तलाश एवं बचाव कार्य, घायलों को बाहर निकालना, प्राथमिक उपचार तथा अति जोखिम वाले क्षेत्रों से नागरिकों का निकास शामिल है।
इसके साथ ही अन्य सभी जिलों में भी युद्ध के अनुरूप पूरी तैयारी रखने और आवश्यक सेवाओं को जारी रखने के संबंध में उचित दिशा-निर्देश दिए गए। बैठक में मुख्य सचिव ने सुरक्षित भवनों को चिन्हित करने, खाद्य सामग्री, पैट्रोल तथा गैस का भंडारण सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। किसी भी आपात स्थिति के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने और दवाइयों का उचित भंडारण रखने को कहा गया। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को पुलों, सड़कों व वैकल्पिक मार्गों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए। साथ ही पेयजल भंडारण ट्रैंकों का निरीक्षण करने तथा दूरसंचार सुविधाओं को सुदृढ़ रखने के भी निर्देश दिए। बैठक में सभी जिला के उपायुक्त सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
मॉक ड्रिल के दौरान हवाई हमले के सारयन, आम जनता को सिविल डिफैंस से जुड़ी ट्रेनिंग, ब्लैकआऊट उपाय, जरूरी ठिकानों की कैमोफ्लाज (छिपाने) की व्यवस्था और निकासी प्लान का अभ्यास किया जाएगा।
7.20 से लेकर 7.30 तक ब्लैकआऊट
ऑप्रेशन अभ्यास सायं 4 बजे आयोजित किया जाएगा। डी.सी. कार्यालय परिसर और संजौली क्षेत्र के पार्किंग में ऑप्रेशन अभ्यास किया जाएगा। वहीं शहर में शाम 7.20 से लेकर 7.30 बजे तक पूरे शिमला शहर में ब्लैकआऊट किया जाएगा। जिला प्रशासन सुबह 10 बजे से ही मॉक ड्रिल की तैयारियां शुरू करेगा। यह जानकारी डी.सी. शिमला अनुपम कश्यप ने दी। उन्होंने कहा कि लोग प्रशासन के निर्देशों का सख्ती से पालन करें और ऑप्रेशन अभ्यास में अपनी सहभागिता भी निभाएं।
नागरिक सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता
हाल के वर्षों में वैश्विक परिस्थितियों, प्राकृतिक आपदाओं और युद्ध जैसी चुनौतियों को देखते हुए भारत सरकार ने नागरिक सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। इसी कड़ी में यह मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है, ताकि आमजन में सजगता बढ़ाई जा सके और संकट की घड़ी में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया दी जा सके। इस अभ्यास में प्रशासन, सुरक्षा बलों, स्वास्थ्य सेवाओं और आम नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। देखा जाए तो प्रदेश में इस तरह मॉक ड्रिल पहली बार हो रही है।
सभी जिलों में मॉक ड्रिल को भेजा प्रस्ताव
अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा ने जानकारी दी कि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजा है। इसके माध्यम से प्रदेश के सभी 12 जिलों में सिविल डिफैंस मॉक ड्रिल आयोजित करने का आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई जिले संवेदनशील हैं। प्रदेश का चम्बा जिला जम्मू-कश्मीर के साथ लगता है।
क्या बोले अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा
अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा ने कहा कि मंगलवार को केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने सभी राज्यों के साथ सिविल डिफैंस मॉक ड्रिल की तैयारियों को लेकर वीडियो कॉन्फ्रैंसिंग के माध्यम से बैठक की। उन्होंने कहा कि देश के 244 जिलों में ये मॉक ड्रिल की जाएंगी, जिसमें शिमला जिला भी शामिल है। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार करना है।