Edited By Kuldeep, Updated: 18 Dec, 2024 07:41 PM
बारिश न होने से जहां फसलें सूख रही हैं, वहीं सुबह-शाम पड़ रहे कोहरे से ठंड बढ़ गई है। बारिश न होने के कारण अधिकांश किसान अपने खेतों में बिजाई ही नहीं कर पाए हैं और जहां बिजाई कर दी है उन खेतों में फसलें बारिश की कमी व कोहरे के कारण नष्ट होने की कगार...
नेरचौक (स.ह.): बारिश न होने से जहां फसलें सूख रही हैं, वहीं सुबह-शाम पड़ रहे कोहरे से ठंड बढ़ गई है। बारिश न होने के कारण अधिकांश किसान अपने खेतों में बिजाई ही नहीं कर पाए हैं और जहां बिजाई कर दी है उन खेतों में फसलें बारिश की कमी व कोहरे के कारण नष्ट होने की कगार पर पहुंच गई हैं। यही नहीं बीबीएमबी की बग्गी- सुंदरनगर नहर में भी पिछले कई दिनों से जलस्तर कम हो गया है जिससे विद्युत उत्पादन में कमी आ गई है और बीबीएमबी प्रबंधन को हर रोज लाखों रुपए का घाटा उठाना पड़ रहा है। क्षेत्रवासियों सुभाष, नीरज, पंकज, जितेंद्र, सुषमा, सरिता, बबीता व अनंत राम ने बताया कि बारिश न होने के कारण इस बार वे फसल की बिजाई नहीं कर पाए हैं। यदि बारिश नहीं हुई तो फसल पर निर्भर ग्रामीणों को नुक्सान होगा। बता दें कि बल्ह क्षेत्र के निचले हिस्से में जहां पर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध है वहां पर किसान नकदी फसलें उगाते हैं लेकिन लंबे अरसे से बारिश न होने और सिंचाई सुविधा के बेहतर न होने के कारण उनकी फसलें भी खराब होने की कगार पर पहुंच गई हैं। डा. चौधरी राम, विषयवाद विशेषज्ञ कृषि बल्ह ने कहा कि पिछले करीब तीन महीने से बारिश न होने से सीजन की फसल भी किसान बीज नहीं पाए हैं। अभी तक 40 फीसदी फसल बीजी गई थी जोकि बारिश न होने और कोहरे के प्रकोप के कारण नष्ट हो रही है।