Edited By Kuldeep, Updated: 25 Jan, 2025 11:12 PM
व्यापार मंडल नेरचौक ने शहर में भीख मांग रहे 7 बच्चों को बाल गृह मंडी पहुंचाकर एक अनूठी पहल की है। नेरचौक शहर में पिछले कुछ समय से भीख मांगने वाले बच्चों की तादाद बढ़ गई थी।
नेरचौक: व्यापार मंडल नेरचौक ने शहर में भीख मांग रहे 7 बच्चों को बाल गृह मंडी पहुंचाकर एक अनूठी पहल की है। नेरचौक शहर में पिछले कुछ समय से भीख मांगने वाले बच्चों की तादाद बढ़ गई थी। झुग्गी-झोंपड़ी में रहने वाले ये बच्चे पूरे शहर में दिनभर भिखारी बनकर घूमते रहते थे, जिससे आम आदमी व व्यापारी बेहद परेशान थे। नेरचौक व्यापार मंडल के पास ऐसी शिकायतें कई दिनों से मिल रही थीं। व्यापार मंडल ने इसके लिए चाइल्ड हैल्पलाइन तथा पुलिस को सूचित कर शनिवार को व्यापारियों के सहयोग से शहर में घूम रहे इन बच्चों को लेकर रैस्क्यू किया तथा 7 बच्चों को पकड़ कर पुल घाट मंडी स्थित बाल गृह में पहुंचा दिया।
रैस्क्यू के दौरान पकड़े गए सभी बच्चे 6 से 15 साल के हैं। व्यापार मंडल नेरचौक के अध्यक्ष अमृत पाल सिंह काका ने बताया कि कई दिनों से झुग्गी-झोंपड़ी में रहने वाले ये बच्चे व्यापारियों व राह चलते लोगों को भीख मांग कर तंग कर रहे थे, जिसके लिए व्यापारियों के सहयोग से रैस्क्यू कर शहर में घूम रहे इन बच्चों को पकड़ कर बाल गृह पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों के कारण चोरियों की घटनाएं भी बढ़ती जा रही हैं, साथ ही शिक्षा के अभाव के चलते झुग्गी-झोंपड़ी में रहने वाले ऐसे बच्चों का भविष्य भी खराब हो रहा है, जोकि एक चिंतनीय विषय है। उन्होंने कहा कि रैस्क्यू के दौरान कुछ बच्चे मौके से फरार हो गए।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी मंडी एनआर ठाकुर का कहना है कि चाइल्ड हैल्पलाइन टोल फ्री नंबर पर नेरचौक शहर में झुग्गी-झोंपड़ी के कुछ बच्चों द्वारा भीख मांगने व राह चलते लोगों को तंग करने की शिकायत मिली है, जिसके आधार पर व्यापार मंडल व बल्ह पुलिस के सहयोग से रैस्क्यू कर 7 बच्चों को मौके से पकड़ा, जिनमें एक बच्ची भी शामिल है। सभी बच्चों को बाल कल्याण समिति मंडी के सहयोग से सुरक्षित जगह पर रखा गया है। सभी बच्चों की रजिस्ट्रेशन बल्ह थाना में करवाई गई है।