Edited By Vijay, Updated: 19 Dec, 2024 11:50 AM
नगर परिषद नाहन में सियासी घमासान तेज हो गया है। भाजपा समर्थित उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता व पार्षद संध्या अग्रवाल के बाद अब बुधवार को कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने भी नगर परिषद अध्यक्ष श्यामा पुंडीर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की है।
नाहन (आशु): नगर परिषद नाहन में सियासी घमासान तेज हो गया है। भाजपा समर्थित उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता व पार्षद संध्या अग्रवाल के बाद अब बुधवार को कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने भी नगर परिषद अध्यक्ष श्यामा पुंडीर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की है। इसको लेकर कांग्रेस के 5 पार्षदों ने डीसी सिरमौर सुमित खिमटा को पत्र सौंपा है। इस पर डीसी ने एसडीएम नाहन को उचित दिशा-निर्देश जारी किए हैं। 13 पार्षदों वाली नगर परिषद में 2 दिनों के भीतर 7 पार्षद अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं। लिहाजा अध्यक्ष की कुर्सी खतरे में आ गई है।
7 पार्षदों के समर्थन से बहुमत में आया प्रस्ताव
तकनीकी रूप से नगर परिषद अधिनियम के अनुसार बहुमत से अविश्वास प्रस्ताव पारित किए बिना कोई बदलाव संभव नहीं था, लेकिन कांग्रेस के 5 और भाजपा के 2 पार्षदों के समर्थन के बाद यह प्रस्ताव बहुमत में आ गया है। लिहाजा डीसी के निर्देशों के बाद एसडीएम जल्द ही दोनों राजनीतिक दलों से समर्थित पार्षदों की बैठक बुला सकते हैं। अहम पहलू यह भी है कि कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव का प्रभाव नगर परिषद के उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता की कुर्सी पर नहीं पड़ेगा, क्योंकि उनके खिलाफ बहुमत में कोई प्रस्ताव नहीं है। कांग्रेस इस पूरे घटनाक्रम पर बेहद सतर्कता बरत रही है। पार्टी को अंदेशा है कि डाॅ. राजीव बिंदल स्थिति को संभाल सकते हैं। कांग्रेस ऐसी किसी भी स्थिति से बचने के लिए अपनी रणनीति का हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है।
अध्यक्ष खो चुकी हैं जनादेश : कांग्रेस
कांग्रेस समर्थित पार्षद योगेश गुप्ता, राकेश गर्ग, रितिका गर्ग, विरेंद्र पासी व श्रुती चौहान ने हस्ताक्षर सहित डीसी को सौंपे पत्र में कहा कि कांग्रेस समर्थित सभी पार्षद नगर परिषद अध्यक्ष श्यामा पुंडीर की कार्यशैली पर असंतोष व्यक्त करते हैं। हाऊस में अध्यक्ष अपना जनादेश खो चुकी हैं। उनके समर्थित पार्षद भी उनके खिलाफ हो चुके हैं। लिहाजा हम पांचों पार्षद भी अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग करते हैं। उन्होंने यह भी मांग की कि अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाए और नए अध्यक्ष का चुनाव जल्द से जल्द करवाया जाए।
अध्यक्ष के पति पर नगर परिषद चलाने के आरोप
पार्षद राकेश गर्ग ने कहा कि भाजपा समर्थित 2 पार्षदों ने अपनी ही अध्यक्ष से समर्थन वापस लिया है। यह काम 2 वर्ष पहले ही हो जाना चाहिए था। अध्यक्ष की बजाय उनके पति देव नगर परिषद चला रहे हैं। अध्यक्ष की इस कार्यप्रणाली से सभी पार्षद नाराज थे। चूंकि वे लोग बहुमत में नहीं थे, इसलिए वे अविश्वास प्रस्ताव नहीं ला सकते थे। अब जब भाजपा समर्थित पार्षद ही अपनी अध्यक्ष को नहीं चाहते तो ऐसे में वे भी जनहित में आगे आए हैं।
राजीव बिंदल के समक्ष चुनौती
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल के सामने चुनौती है कि पार्टी के 2 पार्षदों की बगावत को कैसे संभाला जाए? यह स्थिति भाजपा के लिए चिंताजनक है, क्योंकि पार्षदों की यह बगावत पार्टी की आंतरिक कमजोरियों को उजागर कर सकती है। भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए यह मुद्दा महत्वपूर्ण हो गया है। कांग्रेस इस स्थिति को अपने पक्ष में मोड़ने की कोशिश कर रही है, जबकि भाजपा डैमेज कंट्रोल में जुटी है।
प्रस्ताव पारित हुआ तो ये बन सकती हैं अध्यक्ष
नगर परिषद नाहन में अध्यक्ष का पद एससी महिला के लिए आरक्षित है। कांग्रेस के पास इस श्रेणी में एकमात्र पार्षद श्रुति चौहान हैं, जो 22-23 वर्ष की उम्र में ही निर्वाचित हुई थीं। कुल 13 पार्षदों में अनुसूचित जाति की केवल 2 महिलाएं हैं। ऐसे में यदि श्यामा पुंडीर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित होता है तो कांग्रेस की ओर से श्रुति चौहान का अध्यक्ष बनना लगभग तय है।
क्या कहते हैं डीसी सिरमौर
डीसी सिरमौर सुमित खिमटा ने कहा कि 5 पार्षदों ने नगर परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने बारे पत्र सौंपा है, जबकि इससे पहले 2 पार्षदों का भी इस बाबत पत्र प्राप्त हुआ था। इस मामले में एसडीएम को उचित निर्देश जारी किए जा रहे हैं। नियमों के अनुसार बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें अविश्वास प्रस्ताव को लेकर चर्चा होगी।
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