Edited By Vijay, Updated: 17 Aug, 2019 07:06 PM
ऊना जिला मुख्यालय में हल्की सी बारिश से जगह-जगह जलभराव की समस्या पेश आ जाती है। जब आम लोगों की समस्या का निदान करने वाले अधिकारी-कर्मचारी खुद ही अगर जलभराव की समस्या का सामना कर रहे हो तो उन्हें इस समस्या से कौन निजात दिलाएगा।
ऊना (अमित): ऊना जिला मुख्यालय में हल्की सी बारिश से जगह-जगह जलभराव की समस्या पेश आ जाती है। जब आम लोगों की समस्या का निदान करने वाले अधिकारी-कर्मचारी खुद ही अगर जलभराव की समस्या का सामना कर रहे हो तो उन्हें इस समस्या से कौन निजात दिलाएगा। यह एक बड़ा प्रश्न है क्योंकि शनिवार को फिर से ऊना में हुई कुछ देर की बारिश ने आपदा प्रबंधन की पोल खोल कर रख दी है।
हर बार की तरह इस बार भी ऊना का मिनी सचिवालय बरसाती पानी से तालाब का रूप धारण कर गया। देखते ही देखते अधिकारियों की गाडिय़ों के साथ-साथ कर्मचारियों और आम लोगों के दोपहिया वाहन पानी से घिर गए। वहीं एएसपी और डीएसपी के कार्यालयों के अलावा डीएफसी कार्यालय की लॉबी में पानी घुस गया।
डीसी ऊना ने किया जंप तो डीएसपी जूते खोलकर हुए गाड़ी में सवार
मिनी सचिवालय के प्रांगण में पानी भरने से जिलाधीश ऊना और डीएसपी हैडक्वार्टर को भी कार्यालय से निकलने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। जहां डीसी ऊना संदीप कुमार को जंप कर करके गाड़ी तक पहुंचना पड़ा, वहीं डीएसपी ऊना अशोक वर्मा को तो अपने जूते व जुराबें खोलकर गाड़ी की डिग्गी में रखने पड़े और पैंट ऊपर उठाकर गाड़ी में सवार होना पड़ा।
स्थानीय लोगों की मानें तो मिनी सचिवालय में जलभराव की समस्या वर्षों पुरानी है लेकिन बड़े-बड़े अधिकारियों के यहां मौजूद होने के बावजूद भी आज तक समस्या का हल नहीं हो पाया है।