Edited By Kuldeep, Updated: 28 Jul, 2024 07:32 PM
लाहौल में म्याड़ घाटी के करपट नाले में बाढ़ आने से ग्रामीणों की 13 बीघा के करीब कृषि भूमि में गाद भरने का मामला सामने आया है, जिससे फसलों का नुक्सान हुआ है।
मनाली (सोनू): लाहौल में म्याड़ घाटी के करपट नाले में बाढ़ आने से ग्रामीणों की 13 बीघा के करीब कृषि भूमि में गाद भरने का मामला सामने आया है, जिससे फसलों का नुक्सान हुआ है। एसडीएम उदयपुर केशव राम ने बताया कि गत शाम साढे़ 7 बजे ग्राम पंचायत तिंगरेट के करपट गांव में नाले में आई अचानक बाढ़ के कारण ग्रामीणों ने भाग कर अपनी जान बचाई। घटना की सूचना मिलते ही राहत व बचाव दल को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया। एसडीएम ने बताया कि सभी ग्रामीणों को सुरक्षित स्थलों पर शिफ्ट कर 35 परिवारों के लिए रहने, खाने और ठहरने की समुचित व्यवस्था की गई है।
घटना की सूचना मिलते ही रविवार सुबह स्थानीय विधायक अनुराधा राणा भी करपट गांव में पहुंची और उन्होंने दौरा कर नुक्सान का जायजा लिया। विधायक ने बताया कि लोगों के खेत व फसल के नुक्सान के अलावा कुछ सरकारी भवन क्षतिग्रस्त हुए हैं और फसल व खेतों के नुक्सान के एवज में उचित मुआवजा राशि जल्द प्रदान करवाई जाएगी, साथ ही खेतों की सिंचाई व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाए रखने के लिए भी जल शक्ति व ब्लॉक विभाग को उचित दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। हालांकि प्रशासन की टीम पिछली रात से मौके पर मौजूद है और फौरी राहत के तौर पर रिलीफ शैल्टर, राशन सामग्री, पानी की उपलब्धता आदि की व्यवस्था कर ली गई है और अन्य मांगों को भी पूरा करने के लिए निर्देश दे दिए गए हैं। जल्द बाढ़ के उद्गम स्थान व कारणों का सर्वे करवाने की कोशिश रहेगी, ताकि भविष्य को देखते हुए उचित तैयारी व आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
एसडीएम ने बताया कि लगभग अढ़ाई करोड़ के करीब संपत्ति का नुक्सान आंका गया है, नाले में आई बाढ़ के कारण चार सिंचाई कूहलें क्षतिग्रस्त हुई हैं और पशु औषधालय भवन को भी नुक्सान हुआ है। इसके अतिरिक्त 2 सार्वजनिक शौचालय व प्राथमिक विद्यालय के भवन को भी बाढ़ से नुक्सान हुआ है। अन्य सरकारी संपत्ति के नुक्सान का भी जायजा लिया जा रहा है।