Edited By Jyoti M, Updated: 07 Nov, 2024 12:54 PM
हुरला रेंज की भूईन ठेला बीट के जंगल में लगी आग को बुझाने के लिए सहायक अरण्यपाल वन मंडल शमशी वंदना स्वयं मौके पर पहुंचीं। वहीं वन विभाग का स्टाफ भी आग पर काबू पाने के लिए पसीना बहा रहा था, लेकिन आग की लपटों पर काबू पाना आसान नहीं था।
कुल्लू, (संजीव): हुरला रेंज की भूईन ठेला बीट के जंगल में लगी आग को बुझाने के लिए सहायक अरण्यपाल वन मंडल शमशी वंदना स्वयं मौके पर पहुंचीं। वहीं वन विभाग का स्टाफ भी आग पर काबू पाने के लिए पसीना बहा रहा था, लेकिन आग की लपटों पर काबू पाना आसान नहीं था। कड़ी मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने जंगल के बड़े भाग को आग से बचाया। इस घटना में लाखों की वन संपदा जलकर राख हो गई, वहीं हजारों जीव- जंतु आग की भेंट चढ़ गए।
वन विभाग के अनुसार जल शक्ति विभाग की पाइप लाइन को वैल्डिंग से जोड़ते समय आग लगी। इसका अभी तक पता नहीं चल पाया है कि पाइप लाइन को वैल्डिंग कौन कर रहा था, जिसकी वजह से जंगल में आग लगी। वन विभाग इसकी छानबीन में जुटा हुआ है। गौर रहे इस जंगल में वन विभाग व भुंतर सुधार समिति ने पर्यावरण को बचाने के लिए हजारों पौधे रोपित किए हैं।
यही नहीं, समिति व वन विभाग द्वारा पौधों की देखभाल भी लगातार हो रही थी। समिति ने वन विभाग के साथ मिलकर फायर लाइन भी तैयार की ताकि आग से पौधों को बचाया जा सके लेकिन उसके बावजूद आग से वन संपदा को बहुत बड़ा नुक्सान पहुंचा है। भुंतर सुधार समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों ने कहा कि विभाग को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
जंगलों को आग लगाकर समाप्त करना पर्यावरण की बहुत बड़ी क्षति है। भूईन ठेला बीट की बी.ओ. अहिल्या देवी ने बताया कि जल शक्ति विभाग की पाइप लाइन जोड़ते समय वैल्डिंग की चिंगारी से आग भड़की है। इस आगजनी मामले में विभाग छानबीन में जुटा है। आरोपी के खिलाफ विभाग सख्त कार्रवाई करेगा।
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