Edited By Vijay, Updated: 02 Dec, 2025 05:25 PM

हिमाचल प्रदेश की राशन वितरण प्रणाली में एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई सत्यापन सूची ने प्रदेश में चल रही भारी अनियिमितताओं की पोल खोल दी है।
नई दिल्ली/शिमला (ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश की राशन वितरण प्रणाली में एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई सत्यापन सूची ने प्रदेश में चल रही भारी अनियिमितताओं की पोल खोल दी है। इस सूची के मुताबिक प्रदेश में कुल 5,71,625 लाभार्थी संदेह के घेरे में हैं, जो अपात्र होने के बावजूद सस्ते और मुफ्त राशन का लाभ उठा रहे थे। यह जानकारी सांसद राजीव भारद्वाज ने मंगलवार को नई दिल्ली में दी।
बेहद चौंकाने वाली है केंद्र की रिपोर्ट
सांसद राजीव भारद्वाज ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से शिष्टाचार भेंट के बाद बताया कि केंद्र की रिपोर्ट बेहद चौंकाने वाली है। आंकड़ों के अनुसार 2222 लाभार्थी ऐसे हैं जिनकी मृत्यु हो चुकी है, लेकिन उनके नाम पर लगातार राशन उठाया जा रहा था। 2918 लोग ऐसे हैं जिन्होंने वाहन खरीद लिए हैं, फिर भी वे गरीबी रेखा (एनएफएसए) के नीचे मिलने वाला मुफ्त राशन ले रहे थे। 400 मामले डुप्लीकेट राशन कार्ड के पाए गए हैं। इसके अलावा 53 लाख से अधिक अन्य लाभार्थी भी संदेह की श्रेणी में हैं, जिनका पुनः सत्यापन किया जा रहा है।
पूरे तंत्र की विफलता : राजीव भारद्वाज
राजीव भारद्वाज ने इसे केवल प्रशासनिक लापरवाही नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम का फेलियर करार दिया है। उन्होंने कहा कि राशन वितरण की निगरानी पंचायत, डिपो और विभागीय स्तर पर होती है, लेकिन तीनों स्तरों पर चूक हुई। उन्होंने कहा कि वर्षों तक अपात्र लोग गरीबों का हक मारते रहे और करदाताओं के पैसे का दुरुपयोग होता रहा।
दोषियों पर हो सख्त कार्रवाई
भाजपा ने इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की है। सांसद ने कहा कि भाजपा इस मुद्दे पर लगातार निगरानी रखेगी और सुनिश्चित करेगी कि दोषियों को बेनकाब कर कड़ी सजा दी जाए।

नड्डा से विकास कार्यों पर की चर्चा
इससे पूर्व, सांसद भारद्वाज ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को उनके जन्मदिन की बधाई दी। मुलाकात के दौरान हिमाचल प्रदेश के संगठनात्मक विषयों, केंद्र की जनकल्याणकारी योजनाओं और राज्य के समग्र विकास को लेकर भी विस्तार से चर्चा हुई।