Edited By Kuldeep, Updated: 05 Oct, 2025 07:02 PM

दशहरा उत्सव के चौथे दिन भी भगवान नरसिंह की तीसरी जलेब शान से निकली। भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ीबदार महेश्वर सिंह पालकी में सवार हुए।
कुल्लू (धनी राम): दशहरा उत्सव के चौथे दिन भी भगवान नरसिंह की तीसरी जलेब शान से निकली। भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ीबदार महेश्वर सिंह पालकी में सवार हुए। ढोल-नगाड़ों की थाप पर गड़सा घाटी के देवताओं के संग देवलू झूमे। सबसे पहले करीब 4 बजे राजा की चानणी के पास जलेब की तैयारियां शुरू हुई। आगे-आगे नरसिंह भगवान की घोड़ी चली और पीछे जलेब का लाव लश्कर चला।
क्षेत्रीय अस्पताल सड़क होते हुए कालेज गेट के पीछे, पुराने स्टेट बैंक पार्क, बीडीओ कार्यालय, रथ मैदान, एसपी कार्यालय होते हुए जलेब वापस राजा की चानणी के पास पहुंची। जलेब में कोटकंढी नजां गडसा घाटी के देवता च्वयन ऋषि, गड़सा घाटी हवाई के देवता जमलू ऋषि, कोटकंढी ज्येष्ठा के देवता लक्ष्मी नारायण, आशणी के देवता भृगु ऋषि, उडसू के देवता जमदग्नि ऋषि, पीज के देवता जमदग्नि ऋषि, मनिहार के देवता गौतम ऋषि ने भाग लिया।