Edited By Vijay, Updated: 16 Jul, 2025 06:22 PM

भोलेनाथ के प्रति अटूट श्रद्धा ने डल्हौजी की कोमल राई को चम्बा और सिरमौर की पहली महिला कांवड़ यात्री बना दिया है। कोमल राई ने सावन के इस पवित्र माह में हरिद्वार से सिरमौर के कोलांवाला भूड तक की यात्रा करने का संकल्प लिया।
डल्हौजी (शमशेर): भोलेनाथ के प्रति अटूट श्रद्धा ने डल्हौजी की कोमल राई को चम्बा और सिरमौर की पहली महिला कांवड़ यात्री बना दिया है। कोमल राई ने सावन के इस पवित्र माह में हरिद्वार से सिरमौर के कोलांवाला भूड तक की यात्रा करने का संकल्प लिया। डल्हौजी की कोमल राई ने यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल कर न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे चम्बा का नाम रोशन किया है।
कोमल राई ने भगवान शिव के प्रति अपनी गहरी आस्था के चलते कांवड़ यात्रा पर निकलने का संकल्प लिया। यह यात्रा उनके लिए केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आध्यात्मिक शक्ति और दृढ़संकल्प का प्रतीक है। कोमल राई की यह यात्रा उन महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगी, जो धार्मिक यात्राओं में भाग लेने की इच्छा रखती हैं। उन्होंने यह साबित कर दिया है कि आस्था और दृढ़ता से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
कोमल राई की इस पहल ने समाज में एक सकारात्मक संदेश दिया है, जो लैंगिक समानता और धार्मिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देता है। यह दर्शाता है कि धार्मिक अनुष्ठानों में महिलाओं की भागीदारी उतनी ही महत्वपूर्ण है, जितनी पुरुषों की। क्षेत्र के लोग उनकी इस यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित हैं और उन्हें बधाई दे रहे हैं। कोमल राई की यह यात्रा हिमाचल प्रदेश के धार्मिक इतिहास में एक नया अध्याय लिखेगी और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
कोमल राई हरिद्वार से कोलांवाला भूड तक का 270 किलोमीटर तक का सफर तय करेगी। उन्होंने अपनी यह यात्रा 14 जुलाई को हरिद्वार से शुरू की थी। बता दें कि कोमल राई वर्तमान में आपातकालीन वाहन सेवा 108 में ईएमटी के रूप में कार्यरत हैं। कोमल राई कोलांवाला भूड के शिव मंदिर में शिवलिंग पर गंगाजल से अभिषेक करेंगी।