Edited By Jyoti M, Updated: 06 Aug, 2025 04:13 PM

हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण किन्नर कैलाश यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है। यह फैसला श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इस साल यह छठी बार है जब यात्रा को रोकना पड़ा है।
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण किन्नर कैलाश यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है। यह फैसला श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इस साल यह छठी बार है जब यात्रा को रोकना पड़ा है।
जानलेवा सफर और बचाव अभियान
किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग पर भारी बारिश और भूस्खलन के कारण स्थिति काफी गंभीर हो गई है। तांगी घाटी और कांग्यरंग नालों पर बने अस्थायी पुल बह गए हैं, और कई जगह रास्ते फिसलन भरे और खतरनाक हो गए हैं। इस जोखिम भरे सफर में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। इनमें से एक व्यक्ति पर्वती कुंड के पास मृत पाया गया, जबकि दूसरे की मौत गिरने के कारण हुई।
यात्रा के दौरान कई श्रद्धालु मार्ग में फंस गए थे। इनमें से कुछ लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। आईटीबीपी, हिमाचल पुलिस, और एनडीआरएफ की टीमें अभी भी फंसे हुए श्रद्धालुओं को बचाने में जुटी हुई हैं। उन्हें सुरक्षित स्थानों पर टेंट लगाकर रोका गया है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।
किन्नर कैलाश यात्रा की चुनौतियाँ
किन्नर कैलाश यात्रा अपनी कठिनाई के लिए जानी जाती है। यह एक 11 किलोमीटर का सीधा और खड़ी चढ़ाई वाला ट्रैक है, जो पर्वतारोहियों के लिए भी काफी चुनौतीपूर्ण होता है। भूस्खलन और अचानक बाढ़ इस यात्रा को और भी खतरनाक बना देते हैं। जिला प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अगले आदेश तक यात्रा शुरू न करें। एसडीएम कल्पा और जिला पर्यटन अधिकारी अमित कल्थाईक ने बताया कि जब तक मार्ग सुरक्षित नहीं हो जाता, तब तक यात्रा दोबारा शुरू नहीं होगी।
यह घटना दिखाती है कि प्राकृतिक आपदाओं के सामने इंसान कितना लाचार हो जाता है। प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम सराहनीय हैं, लेकिन इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए और भी एहतियाती उपाय करने की जरूरत है।