Edited By Jyoti M, Updated: 23 Jul, 2025 09:32 AM

हिमाचल प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र ने आज (23 जुलाई 2025) कई जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग ने इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसका मतलब है कि लोगों को बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है। यह पूर्वानुमान बताता है कि प्रदेश के...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र ने आज (23 जुलाई 2025) कई जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग ने इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसका मतलब है कि लोगों को बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है। यह पूर्वानुमान बताता है कि प्रदेश के कई हिस्सों में आज जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार, आज प्रदेश के कांगड़ा, ऊना, सोलन और सिरमौर जिलों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। वहीं, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जैसे ऊंचाई वाले जिलों में भी कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इन दोनों जिलों में अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड) आने की संभावना जताई गई है, जिसे लेकर विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। राज्य के अन्य जिलों में भी कुछ स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की जा सकती है।
बीते 24 घंटे का मौसम: तापमान में गिरावट और वर्षा
बीते कल (22 जुलाई 2025) हिमाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए रहे और कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा रिकॉर्ड की गई। इस बारिश के कारण विशेष रूप से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे मौसम सुहावना हो गया है।
आंकड़ों के अनुसार, बीते कल राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान कुकुमसेरी में 12.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पहाड़ी इलाकों में ठंडक का संकेत देता है। वहीं, मैदानी इलाकों में ऊना में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो अभी भी गर्मी का अहसास करा रहा है।
बरतें ये सावधानियां
मौसम विभाग और राज्य सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे इस दौरान विशेष सावधानी बरतें:
बाहरी गतिविधियों को सीमित करें: जहां मौसम खराब हो, वहां आम जनता और पर्यटकों को बाहरी गतिविधियों से बचना चाहिए. सुरक्षित स्थानों पर रहें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें.
घर के अंदर रहें: जब तक बहुत ज़रूरी न हो, घर के अंदर ही रहें।
नदी-नालों से दूर रहें: नदी-नालों के किनारों पर बिल्कुल न जाएं, क्योंकि अचानक बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है।
सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करें: राज्य सरकार द्वारा जारी सभी दिशानिर्देशों और चेतावनियों का गंभीरता से पालन करें।
यात्रा योजना सोच-समझकर बनाएं: यात्रा की योजना बनाने से पहले मौसम पूर्वानुमान (वेदर फोरकास्ट) की जांच अवश्य करें।
सड़क की स्थिति जानें: जिस भी सड़क पर आप यात्रा करने वाले हों, वहां की स्थानीय प्रशासन या पुलिस से सड़क की स्थिति (रोड कंडीशंस) की जानकारी ज़रूर लें, ताकि सुरक्षित तरीके से सफर किया जा सके।
किसानों के लिए सलाह: तेज हवाओं से फलों के बगीचों को बचाने के लिए किसान जाल (नेट) का उपयोग करें।