Edited By Prashar, Updated: 27 Oct, 2021 01:59 PM

फुरसत से एक दूसरे के लिए बनाए इस जोड़े ने मंगलवार सुबह एक साथ दुनिया को अलविदा कहा। गांव सपौरी के रहने वाले अनंत के इस प्रेमी जोड़े की अर्थी एक साथ उठी, दोनों को एक साथ शमशान ले जाया गया और दोनों को एक साथ एक ही चिता पर जलाया गया। अतिंम सफर पर निकले...
ऊना: ‘छोड़ेंगे न हम तेरा साथ हो साथी मरते दम तक’, ऐसा ही वाकया सामने आया ऊना के अम्ब से। 95 और 85 साल की बुजुर्ग दंपती ने सात फेरे लेते वक्त जो कसमें ली थी, उन्हें बखूभी निभाया। हम लड़े झगड़ेंगे पर कभी अलग नहीं होंगे, हजार गिले होंगे, लाख शिकवें होंगे और कई शिकायतें होंगी लेंकिन कभी साथ नहीं छोड़ेंगे। साथ जिएंगे और साथ मरेंगे... इन सब कसमों वादों को पूरा किया 95 साल के घमंडी राम और 85 साल की चिंती देवी ने।
फुरसत से एक दूसरे के लिए बनाए इस जोड़े ने मंगलवार सुबह एक साथ दुनिया को अलविदा कहा। गांव सपौरी के रहने वाले अनंत के इस प्रेमी जोड़े की अर्थी एक साथ उठी, दोनों को एक साथ शमशान ले जाया गया और दोनों को एक साथ एक ही चिता पर जलाया गया। अतिंम सफर पर निकले इस जोड़े ने एक साथ दुनिया अलविदा कहकर पारिशुद्ध प्रेम को एक बार फिर अनंत के लिए जीवित कर दिया, जिसे प्रेम से भरे दिल आखिरी सांस तक याद रखेंगे।
गांव वालों ने बताया कि मंगलवार सुबह चार बजे पहले घमंडी राम की तबियत खराब हुई और उन्होंने दम तोड़ दिया और इसके तुरंत बाद उनकी पत्नी चिंती देवी पति के जाने के बाद सदमें में भगवान को प्यारी हो गई। मतलब कुदरत ने दोनों को एक साथ रखना था इसलिए पत्नी ने पति को आगे जाने दिया और फिर तुरंत खुद भी उनके पीछे पीछे निकल गई।
गांव वाले कहते हैं ये पति-पत्नी आपस में इतना प्रेम करते थे, कि एक पल भी अलग नहीं रहते थे, बेहद गरीब होने के बावजूद उन्हें किसी से कोई भी गिला शिकवा नहीं था, उनकी एक बेटी ही है जो उनकी देखभाल करती थी अपने माता पिता को एक की साथ संसार को छोड़ते हुए दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

शमशान घाट पर दोनों की चिता एक साथ बनाई गई और एक ही चिता पर दोनों को मुखाग्नि उनके दामाद ने दी, दोनों को एक साथ इस संसार से विदा होते देख हर कोई हैरान है, कि यहां पति-पत्नी में लड़ाई-झगड़े होते हैं लेकिन इन दम्पत्ति एक दूसरे के साथ मरते दम तक नहीं छोड़ा। पंजाब केसरी इस पारिशुद्ध प्रेम को नमन करता है।