Edited By Vijay, Updated: 19 Sep, 2024 12:00 PM
अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव के उपरांत इस बार राजदूतों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक आदान-प्रदान पर भी एमओयू साइन किए जाएंगे। कुल्लू से भी बेहतरीन सांस्कृतिक दलों को विदेश के लिए भेजा जाएगा।
कुल्लू (गौरीशंकर): अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव के उपरांत इस बार राजदूतों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक आदान-प्रदान पर भी एमओयू साइन किए जाएंगे। कुल्लू से भी बेहतरीन सांस्कृतिक दलों को विदेश के लिए भेजा जाएगा। इस वर्ष इस उत्सव के आयोजन के लिए एक सहयोगी देश तथा सहयोगी प्रदेश को भी सांझेदारी के रूप में रखा जाएगा। यह बात कुल्लू दशहरा उत्सव समिति की बैठक में अधिकारियों और पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर ने कही। उन्होंने बताया कि इस बार 13 से 19 अक्तूबर तक अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा का आयोजन किया जाएगा। इस बार यह प्रयास किए जा रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा देशों की इसमें सहभागिता हो। इस बार एक विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें भारतीय और विदेशी संस्कृति का मिश्रण प्रस्तुत किया जाएगा। हर वर्ष की भांति अंतर्राष्ट्रीय नृत्य महोत्सव इस आयोजन का मुख्य आकर्षण है, जिसमें हिमाचल प्रदेश के रंगारंग लोक नृत्यों के साथ-साथ विभिन्न देशों की संस्कृति को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
365 देवी-देवताओं को भेजा जा चुका है निमंत्रण
सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि कुल्लू में लगभग 365 स्थानीय देवी-देवता निवास करते हैं इसलिए इस भूमि को देवभूमि के रूप में जाना जाता है। लिहाजा, इस बार आयोजन के लिए अब तक 332 स्थानीय देवी-देवताओं को निमंत्रण भेजा जा चुका है। उन्होंने कहा कि सात दिवसीय यह कार्यक्रम बीते वर्षों की परंपरा के अनुसार मनाया जाएगा, हालांकि वाणिज्यिक व्यापार मेले दिवाली के त्यौहार तक जारी रहेंगे। इसमें ऑटो मेला, सरस मेला, ग्रामीण विकास मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय और विभिन्न अन्य संगठनों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी और स्टाॅल शामिल हैं।
तंबोला से 2 करोड़ 12 लाख की होगी आय
उत्सव के लिए प्लाट आबंटन पर कार्य शुरू हो चुका है। बड़े प्लाटों के आबंटन के टैंडर कर दिए गए हैं तथा छोटे प्लाट की आबंटन प्रक्रिया शीघ्र शुरू होने वाली है। उन्होंने जानकारी दी कि तंबोला के टैंडर से इस बार 2 करोड़ 12 लाख की आय सृजित होगी। इसके अतिरिक्त झूले, फली मार्कीट आदि के टैंडर द्वारा भी दशहरा कमेटी को आय होगी।
विदेशी सांस्कृतिक दलों को किया आमंत्रित
सुंदर ठाकुर ने कहा कि कुल्लू दशहरे में इस बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर के सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसमें विभिन्न देशों के सांस्कृतिक दलों को आमंत्रित किया गया है। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर), एनजैडसीसी, सभी राज्यों सहित हिमाचल के 12 जिलों के सांस्कृतिक दलों को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि समारोह प्रसिद्ध रघुनाथ जी की रथयात्रा के साथ शुरू होगा और 300 से अधिक स्थानीय देवता इस विशाल कार्यक्रम में भाग लेंगे।
विशिष्ट आयोजन के लिए पेशेवर कोरियोग्राफर की लेंगे मदद
इस बार भी अंतर्राष्ट्रीय दलों की कार्निवाल परेड का आयोजन किया जाएगा तथा समापन दिवस पर स्थानीय लोक कलाकारों के कुल्लू कार्निवाल का आयोजन किया जाएगा ताकि यहां की कला, संस्कृति, खानपान के बारे में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संदेश दिया जा सके। इन दोनों के विशिष्ट आयोजन को लेकर पेशेवर कोरियोग्राफर की मदद ली जाएगी, जिससे इन दोनों दिन के थीम सॉन्ग को आकर्षक एवं भव्य तरीके से प्रस्तुतिकरण के लिए तैयार किया जा सके। कुल्लू कार्निवाल के माध्यम से विदेश से आए हुए सांस्कृतिक दल कुल्लू की परंपरा से रू-ब-रू होते हुए अपने देश में कल्लू की संस्कृति का प्रचार-प्रसार करने में भी मददगार साबित होंगे।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here