Edited By prashant sharma, Updated: 24 Jul, 2021 01:08 PM

एचआरटीसी शिमला के आरएम के तबादले के बाद ऊना में भी एचआरटीसी कर्मियों ने एचआरटीसी प्रबंधन और सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। आज आईएसबीटी ऊना में निगम कर्मियों ने एचआरटीसी की बसों को रोक दिया और निगम प्रबंधन व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
ऊना (अमित शर्मा) : एचआरटीसी शिमला के आरएम के तबादले के बाद ऊना में भी एचआरटीसी कर्मियों ने एचआरटीसी प्रबंधन और सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। आज आईएसबीटी ऊना में निगम कर्मियों ने एचआरटीसी की बसों को रोक दिया और निगम प्रबंधन व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। एचआरटीसी कर्मियों ने कहा कि आरएम शिमला देवासेन नेगी का तबादला करना गलत है और अगर जल्द ही तबादला रद्द नहीं हुआ तो एचआरटीसी कर्मी उग्र आंदोलन से भी पीछे नहीं हटेंगे।
हिमालच पथ परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक शिमला देवासेन नेगी के वायरल ऑडियो मामले में उनके तबादले पर ऊना में एचआरटीसी कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा। शनिवार सुबह ही एचआरटीसी कर्मचारियों ने आईएसबीटी के बाहर बसें खड़ी कर बस स्टैंड ऊना में एंट्री बंद कर दी। कर्मचारियों ने रोष जताते हुए एचआरटीसी प्रबंधन व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बस स्टैंड में एंट्री बंद होने के चलते निजी बस चालकों सहित यात्रियों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। हालत यह थे कि यात्रियों को बस स्टैंड के बाहर ही उतारा व चढ़ाया जा रहा था, जिसके चलते ऊना मुख्यालय पर ऊना-धर्मशाला मार्ग पर भी काफी जाम लगा रहा।
यातायात को सुचारू करने के लिए बस स्टैंड के बाहर तैनात पुलिस जवानों के भी पसीने छूट गए। कर्मचारियों ने कहा कि क्षेत्रीय प्रबंधन शिमला देवासेन नेगी का एक ऑडियो वायरल हुआ था। इस ऑडियो में आरएम एक निजी बस ऑपरेटर से बात कर रहे थे। निजी बस ऑपरेटर ने क्षेत्रीय प्रबंधक से उसकी बस की टाइमिंग पर एचआरटीसी की बस चलाने की शिकायत की थी। जिसके चलते दोनों के बीच बहस हुई और निजी बस ऑपरेटर आरएम के विरोध में आ गए थे और परिवहन निगम विभाग को शिकायत की थी, जिसके बाद आरएम का तबादला कर दिया गया। कर्मचारियों ने कहा कि आरएम देवासन नेगी निगम और उनके कर्मियों के हकों की बात उठाई है और ऐसे में उनका तबादला करना गलत है। कर्मचारियों ने की मांग है कि क्षेत्रीय प्रबंधक का तबादला रद्द किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर विभाग आरएम शिमला का तबादला रद्द नहीं करता है, तो कर्मचारियों की हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि जो भी अधिकारी निगम के फायदें को लेकर बात करता है, उसे इनाम में तबादला ही मिलता है, जिसे सहन नहीं किया जाएगा।